उलझती जा रही संजय हत्याकांड की गुत्थी
खोरीमहुआ (गिरिडीह) : धनवार के संजय स्वर्णकार हत्याकांड की गुत्थी दिन प्रति दिन उलझती जा
खोरीमहुआ (गिरिडीह) : धनवार के संजय स्वर्णकार हत्याकांड की गुत्थी दिन प्रति दिन उलझती जा रही है। एक तरफ धनवार पुलिस मामले पर अब तक चुप्पी साधे हुए है तो दूसरी तरफ मृतक की पत्नी काजल कुमारी अपनी दुधमुंही बच्ची को गोद में लेकर न्याय के लिए पुलिस पदाधिकारियों के पास गिड़गिड़ाती फिर रही है। थाना में कोई कार्रवाई नहीं होने पर मृतक की पत्नी ने खोरीमहुआ एसडीपीओ, पुलिस निरीक्षक, पुलिस अधीक्षक आदि को आवेदन प्रेषित कर ससुराल वालों पर पति की हत्या करने की आशंका जाहिर करते हुए कई आरोप भी लगाए हैं।
कहा है कि घटना के दिन उसके पति जेवर दुकान जाने के लिए तैयार थे। उसने दुकान जाने से मना किया और छत पर चली गई। कुछ देर के बाद वापस लौटी तो उसके पति कमरे में नहीं थे और दरवाजा भी खुला था। जब देर रात देवर एवं सभी कारीगर वापस घर लौटे और खाना खाकर सभी सो गए तो उसने रात लगभग 12 बजे देवर और सास से पति के वापस नहीं आने का कारण पूछा। इस पर दोनों ने बिना कारण बताए उसे भी खाना खाकर सो जाने की नसीहत दी। रात भर वह पति की राह देखती रही, लेकिन वह घर नहीं लौटे। कहा कि वह पति के घर नहीं लौटने का कारण ससुराल वालों से पूछती रही, लेकिन देवर, सास एवं ससुर लगातार किसी से फोन पर बात करते रहे। सभी ने उसके सवालों को दरकिनार कर उसे झांसे में रखा। काजल ने अपने ससुर भगवान दास स्वर्णकार, सास अन्नपूर्णा देवी, देवर गोपाल वर्मा, उत्तम वर्मा, कार्तिक वर्मा, विकास वर्मा एवं मधुपुर के रहने वाले सुशील स्वर्णकार पर हत्या करने का आरोप लगाया है।
कहा कि सिनेमा रोड में ससुर भगवान दास स्वर्णकार के नाम पर एक एकड़ जमीन है, जिसे उसके ससुर हमेशा बेचने पर आमद थे, लेकिन संजय इसका लगातार विरोध कर रहा था। उसने आशंका जताते हुए कहा कि उक्त मामले को लेकर ही उसके ससुराल वालों ने उसके पति की हत्या कर दी और शव को पेट्रोल छिड़क कर जला दिया। बाद में साक्ष्य छिपाने के लिए शव को सिनेमा रोड के पास सड़क किनारे फेंक दिया।