झामुमो के समर्थन से एमपीएल का कोयला उठाव शुरू
गिरिडीह आखिरकार मैथन पावर लिमिटेड सीसीएल के गिरिडीह कोलियरी से कोयला उठाव करन
गिरिडीह : आखिरकार मैथन पावर लिमिटेड सीसीएल के गिरिडीह कोलियरी से कोयला उठाव करने में सफल हुई। एमपीएल को यह सफलता झामुमो और उसकी ट्रेड यूनियन झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन को अपने खेमे में करने के बाद मिली। पिछले चार दफ्फा कोयला उठाव में अड़चन डाल रहे झामुमो और झाकोमयू ने इस बार एमपीएल के पक्ष में मोर्चा संभाला। साथ ही कोयला उठाव को इस बार अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया था। सत्ता की धमक और लोडिग मजदूरों का समर्थन जुटाकर झामुमो ने विरोध की ताकत को कमजोर कर एमपीएल को कोयला उठवा दिया। विरोध के बीच एमपीएल ने मंगलवार से यहां गिरिडीह कोलियरी में कोयला उठाव शुरू किया। जिसका मामूली विरोध के बाद विरोधी भी शांत पड़ गए। एमपीएल का कोयला शांतिपूर्वक उठने के बाद पुलिस और प्रशासन ने राहत की सांस ली है। यह सब केवल झामुमो के बलबूते संभव हो पाया है। एमपीएल के कोयला उठाव को लेकर सीसीएल के आपेनकास्ट में भारी तनाव था। एमपीएल के लिफ्टर मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे हाइवा व डंपर के साथ ओपेनकास्ट परियोजना गिरिडीह में पहुंचे थे। वहीं उसी जगह पर एमपीएल को कोयला नहीं उठाने देने के लिए ट्रक आनर एसोसिएशन का धरना चल रहा था। धरना में भी करीब सौ से अधिक लोग जमा हुए थे। एमपीएल के समर्थक जिनमें बड़ी संख्या में शहर के युवा शामिल थे, ओपेनकास्ट परियजना के मात्र आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित गिरिडीह स्टेडियम में कैंप कर रहे थे। इन युवाओं में वैसे लोग भी थे जो आजसू, झामुमो और भाजपा से जुड़े थे।
इधर पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी आरएन चौधरी, पचंबा थाना प्रभारी नीतिश कुमार एवं गांडेय के इंस्पेक्टर रत्नेश मोहन ठाकुर के नेतृत्व में कई थाना की पुलिस पहुंची हुई थी। वैसे ट्रक आनर एवं मजदूरों की इस लड़ाई को भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी समर्थन दे चुकी हैं। एमपीएल को कोयला यहां से नहीं देने के लिए बाबूलाल मरांडी सीसीएल के सीएमडी से वार्ता कर चुके हैं। वहीं अन्नपूर्णा देवी ने इसके लिए कोयला मंत्री को पत्र लिखा है। इसके बावजूद आज भाजपा का कोई नेता धरना स्थल पर नहीं पहुंचा था।
ट्रक आनर एसोसिएशन एवं भाजपा का कहना है कि एमपीएल को कोयला उठाने देने से यहां लोकल सेल का कोयला उठाने वाले हजारों ट्रक मालिक व मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे।