गिरिडीह में मोंगिया नेशनल वालीबाल एकेडमी का गठन
जागरण संवाददाता गिरिडीह मोंगिया स्टील परिसर में रविवार को हुई बोर्ड की बैठक में म
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : मोंगिया स्टील परिसर में रविवार को हुई बोर्ड की बैठक में मोंगिया नेशनल वालीबाल एकेडमी का गठन किया गया। सर्वसम्मत से डा. गुणवंत सिंह मोंगिया को एकेडमी का अध्यक्ष चुना गया। इस मौके पर डा. गुणवंत सिंह मोंगिया ने कहा कि अफसोस है कि टोक्यो ओलंपिक में भारत प्रतिनिधित्व तक नहीं कर सका। इससे जाहिर है कि वालीबाल की उपेक्षा हो रही है जबकि वालीबाल एक पुराना खेल है और इसमें भी लोगों की गहरी रुचि है। इस खेल का अस्तित्व मिटता जा रहा है। ऐसे में वालीबाल को पुनर्जीवित करने का उन्होंने संकल्प लिया है। राष्ट्रीय स्तर पर इसे मजबूत करने के उद्देश्य से मोंगिया नेशनल वालीबाल एकेडमी का गठन किया है। इसका मुख्यालय गिरिडीह होगा और गिरिडीह से ही पूरे देश का नेतृत्व होगा। इसके लिए व्यापक रूपरेखा तैयार की गयी है। इसमें राष्ट्रीय स्तर का एक प्रशिक्षण केंद्र होगा, जहां वालीबाल के प्रशिक्षण के साथ-साथ बच्चों को स्कूली शिक्षा भी प्रदान की जाएगी।
पहले चरण में 30 बच्चों का होगा नामांकन : पहले चरण में 12 से 16 वर्ष के 30 प्रतिभावान बच्चों का नामांकन लिया जाएगा। इसमें प्रतिभावान बच्चों के चयन के लिए प्रखंड, जिला व राज्यस्तर पर टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा। इसमें जो भी प्रतिभावान खिलाड़ी होंगे उसका चयन कर नामांकन किया जाएगा। नामांकन के बाद बच्चों को एक्सपर्ट कोच के सहारे हुनरमंद बनाया जाएगा। ताकि वे नेशनल वालीबाल खेल प्रतियोगिता में शामिल हो सकें। इन बच्चों के लिए सामान्य शिक्षा की भी पूरी आवासीय व्यवस्था कंपनी मुहैया कराएगी। इसके सारे खर्च का वहन मोंगिया कंपनी करेगी।
जर्मनी विश्वविद्यालय से भी मिली है सहमति : डा. मोंगिया ने कहा कि प्रशिक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय कोच जयदीप सरकार से भी संपर्क किया जा चुका है। उन्होंने गिरिडीह आने के लिए सहमति दे दी है। जर्मनी विश्वविद्यालय से बात हो रही है। स्पोर्टस एम्बेसडर डा. उमाकांत सिंह से भी इस संदर्भ में सहमति मिली है। उनका एकमात्र मकसद है कि झारखंड से राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दे सकें।
विदित हो कि यह पहला अवसर है जब मोंगिया एकेडमी नामक राष्ट्रीय वालीबाल का गठन हुआ है, जिसका हेड क्वार्टर गिरिडीह होगा। 90 के दशक में विशाखापतनम में वालीबाल एकेडमी का गठन हुआ था, जो बंद हो चुका है।
बैठक में बोर्ड आफ डायरेक्टर त्रिलोचन सिंह मोंगिया, हरेंद्र सिंह मोंगिया, बलविद्र सिंह सलूजा, प्रवीण बर्णवाल, आदिल सिद्धिकी, एक्सपर्ट जयदीप सरकार, नागेंद्र सिंह, अभय सिंह और राकेश कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।