प्रकृति की गोद में बैठ भविष्य गढ़ रहे नौनिहाल

ज्ञान ज्योति गिरिडीह बारिश का मौसम। चारों ओर हरियाली ही हरियाली। पेड़-पौधे भी हरे-

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 05:48 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 05:48 PM (IST)
प्रकृति की गोद में बैठ भविष्य गढ़ रहे नौनिहाल
प्रकृति की गोद में बैठ भविष्य गढ़ रहे नौनिहाल

ज्ञान ज्योति, गिरिडीह : बारिश का मौसम। चारों ओर हरियाली ही हरियाली। पेड़-पौधे भी हरे-हरे पत्तों से आच्छादित हैं। इन्हीं पेड़ों की छांव तले खुले मैदान में इन दिनों शिक्षार्जन करते हुए अपना भविष्य गढ़ने में जुटे हैं गिरिडीह जिले के सैकड़ों बच्चे। ऐसा नहीं है कि इन बच्चों के स्कूलों में कमरों और संसाधनों का अभाव है। पर्याप्त कमरे हैं, कमोबेश संसाधनों की भी कोई कमी नहीं है। बावजूद बच्चों को स्कूल के बजाए पेड़ के नीचे पढ़ाया जा रहा है। स्वच्छ वातावरण और हरियाली के बीच पढ़ाई करने में बच्चों को अलग ही आनंद आ रहा है। इसी के साथ पुराने जमाने की शिक्षा व्यवस्था की याद भी ताजा हो गई है। यह उस गुरुकुल की भी याद दिलाती है, जब बच्चे गुरु आश्रम में रहकर पढ़ाई करते थे।

शिक्षकों ने शुरू की मोहल्ला क्लास : दरअसल, कोरोना काल में लंबे समय से स्कूलों के बंद रहने के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित होते देख शिक्षकों ने यह वैकल्पिक व्यवस्था शुरू की है, जिसे नाम दिया है मोहल्ला क्लास। शिक्षक अपने-अपने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गांव-मोहल्ला में किसी एक जगह बुलाकर शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए पठन-पाठन करा रहे हैं। बच्चे भी काफी उत्साह से मोहल्ला क्लास में पढ़ाई करने पहुंचते हैं।

इन स्कूलों में चलाया जा रहा मोहल्ला क्लास :

धनवार प्रखंड के मध्य विद्यालय नावागढ़ चट्टी, प्राथमिक विद्याल पिपराडीह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मारूडीह, कैलाढ़ाब, पीरटांड़ के प्लस टू उच्च विद्यालय बरियारपुर, देवरी के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चिकनाडीह, जमखोखरो, गांडेय के मध्य विद्यालय रकसकुटो, मध्य विद्यालय ताराटांड़ आदि स्कूलों की ओर से मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है। इससे इन स्कूलों में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।

खुश हैं अभिभावक और बच्चे :

मोहल्ला क्लास के संचालन से अभिभावक और बच्चे काफी खुश हैं। केदार राय, राम प्रवेश वर्मा, रामेश्वर प्रसाद आदि अभिभावकों ने कहा कि कोरोना काल में आनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था तो की गई है, लेकिन एंड्रायड मोबाइल और नेट की समस्या के कारण काफी बच्चे आनलाइन पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। ऐसे में मोहल्ला क्लास चलाना काफी फायदेमंद है। बच्चों ने भी कहा कि मोहल्ला क्लास शुरू होने पर पढ़ाई करने का मौका मिला है और समय भी बर्बाद नहीं हो रहा है।

वर्जन

- मोहल्ला क्लास का संचालन अच्छी पहल है। बच्चों के लिए यह काफी लाभदायक है। शिक्षकों की इस वैकल्पिक व्यवस्था से बच्चों को लाभ मिल रहा है। अन्य स्कूलों को भी ऐसी पहल करनी चाहिए।

अरविद कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक, गिरिडीह

------------------------

- वर्तमान समय में मोहल्ला क्लास की आवश्यकता है। अधिकांश बच्चे आनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि किसी के पास एंड्रायड मोबाइल नहीं है तो कहीं नेट की समस्या होती है। इस संबंध में विभागीय दिशानिर्देश की प्रतीक्षा है। आदेश प्राप्त होने पर बेहतर तरीके से कक्षा का संचालन किया जा सकेगा।

युगल किशोर, शिक्षक

------------------------

- मोहल्ला क्लास काफी लाभदायक साबित हो सकती है। सभी जगह इसका संचालन होना चाहिए, लेकिन इसके लिए सामान्य शिक्षकों को विद्यालय नहीं बुलाया जाए। उन्हें मोहल्ला क्लास संचालन के लिए स्कूल आने से मुक्त किया जाए। वैसे भी स्कूलों में अभी प्रधानाध्यापक और क्लर्क का ही काम है। सहायक शिक्षकों की अभी वहां जरूरत नहीं है।

राजेंद्र प्रसाद, सचिव, झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ, गिरिडीह।

chat bot
आपका साथी