बोडो हवाई अड्डा में उर्दू सम्मेलन 12 को
गिरिडीह फरोग-ए-उर्दू तहरीक की बैठक शनिवार को गिरिडीह के मोहनपुर में हुई। बै
गिरिडीह : फरोग-ए-उर्दू तहरीक की बैठक शनिवार को गिरिडीह के मोहनपुर में हुई। बैठक में उर्दू अकादमी, मदरसा बोर्ड, उर्दू शिक्षक, उर्दू किताब, मोब्लिचिग समेत कई बातों पर चर्चा की गई। इसके बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि उर्दू और समाज से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए 12 दिसंबर को बोड़ो हवाई अड्डा के पास उर्दू सम्मेलन किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी, गांडेय विधायक सरफराज अहमद, गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी समेत कई अन्य विधायकों को आमंत्रित किया जाएगा और उनसे समस्याओं के निदान की मांग की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता कर रहे काजी-ए- शहर मुफ्ती शमसुल हक ने कहा कि झारखंड राज्य के गठन के 21 वर्ष हो गए, लेकिन उर्दू और अल्पसंख्यकों से जुड़े मसले आज तक हल नहीं हुए। इस सरकार से उम्मीद है कि अल्पसंख्यकों के मसले हल होंगे। मुफ्ती सईद आलम ने कहा कि राज्य गठन के बाद पहली बार लगा कि हमारी समस्याओं का समाधान होगा, लेकिन अब तक किसी भी मसले का हल नहीं हो पाया है। उर्दू अकादमी, मदरसा बोर्ड व वक्फ बोर्ड का गठन नहीं हुआ है। उर्दू शिक्षक के अस्सी प्रतिशत पद खाली हैं। जो उर्दू शिक्षक है उन्हें वेतन समय पर नहीं मिलता है। इन सभी मांगों से सरकार को अवगत कराना है। सम्मेलन में हम लोग सरकार से गुहार लगाएंगे और अगर हमारी मांगें नहीं सुनी गई तो फरवरी में विधानसभा भवन के सामने आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे। जैनुल अंसारी, नेसाब अहमद व चांद रसीद अंसारी ने कहा कि यह सरकार सबके हित में काम करती है। उम्मीद है कि हमारी समस्या भी हल होगी। बैठक में इनामुल हक, मो. असलम, अबुजर नुमानी , सरताज खान, राजा, मास्टर अख्तर, मास्टर जमाल, मो. इस्लाम, अनवर अंसारी, मौलाना इलियास, केसर अली, मोमिन कांफ्रेंस, मोमिन सोसाइटी, इस्लाहुल मुस्लिमीन कमेटी, उर्दू शिक्षक संघ, इमारत सरिया गिरिडीह, सोशल वेलफेयर सोसाइटी, जामिया उस्मान ट्रस्ट आदि संगठनों के सदस्यों ने भाग लिया।