पीरटांड़ में हंगामेदार रही पंचायत सचिवों व प्रधानों की बैठक

पीरटांड़ (गिरिडीह) योजनाओं की समीक्षा और पंचायत प्रधानों व सचिवों के बीच समन्वय स्थापित कर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Sep 2021 09:25 PM (IST) Updated:Fri, 03 Sep 2021 09:25 PM (IST)
पीरटांड़ में हंगामेदार रही पंचायत सचिवों व प्रधानों की बैठक
पीरटांड़ में हंगामेदार रही पंचायत सचिवों व प्रधानों की बैठक

पीरटांड़ (गिरिडीह) : योजनाओं की समीक्षा और पंचायत प्रधानों व सचिवों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए शुक्रवार को प्रखंड मुख्यालय के सभागार में आयोजित बैठक काफी हंगामेदार रही। बैठक के दौरान ही पंचायत सचिव और प्रधान एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने लगे। इसी आरोप-प्रत्यारोप के बीच विकास योजनाओं की प्रगति पर चर्चा हुई।

बताते चलें कि विगत कई माह से कई पंचायतों के मुखिया व पंचायत सचिवों के बीच समन्वय नहीं बन पा रहा है। लगातार एक-दूसरे पर आरोप लगाया जा रहा है। बीडीओ को कार्रवाई व तबादले को आवेदन भी दिया जा रहा है। पालगंज की निवर्तमान मुखिया कांति देवी ने पंचायत सचिव कार्यानंद सिंह पर समन्वय स्थापित नहीं कर कार्य करने का आरोप लगाया। कहा कि पंचायत सचिव कार्य करने के बजाय राजनीति करते हैं। पंचायत के प्रिटर का घर में उपयोग कर रहे हैं। कई बार अभद्र भाषा का भी प्रयोग कर चुके हैं। हालांकि पंचायत सचिव ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि प्रधान उन पर अपने घर में कार्य करने का दबाव देती हैं जबकि उन्होंने पंचायत सचिवालय में कार्य निष्पादित करने का आग्रह किया है। बिशनपुर की प्रधान कल्पना देवी ने कहा कि पंचायत सेवक के प्रभार में पदस्थापित ओमकार देव पंचायत सचिवालय के बदले किसी अन्य व्यक्ति के घर से कार्य करते हैं। जिन दस्तावेजों में प्रधान का हस्ताक्षर होना चाहिए उसे नजरअंदाज किया जाता है। बेहतर समन्वय नहीं बन पाने के कारण विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। हालांकि ओमकार देव ने कहा कि पंचायत के सभी कार्य पंचायत सचिवालय में ही किए जाते हैं।

अविलंब कार्य पूर्ण कराने का निर्देश : बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा की गई। कुछ पंचायतों में पीएम आवास निर्माण कार्य की प्रगति बिल्कुल कम पाई गई। इस पर बीडीओ दिनेश कुमार ने पंचायत सचिव एवं प्रधान को समन्वय स्थापित करते हुए जल्द कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया। साथ ही किसी भी प्रकार के विवाद को खत्म करने पर बल देते हुए विकास कार्य को गति देने का निर्देश दिया। मनरेगा योजनाओं पर भी चर्चा की गई। प्रमुख ने निकाली भड़ास : प्रमुख सिकंदर हेंब्रम ने कहा कि नहीं बुलाने के बाद भी वह बैठक में गए और जमकर भड़ास निकाली। आरोप लगाया कि मनमानी को बढ़ाने के लिए जनप्रतिनिधियों को उपेक्षित रखा जा रहा है। प्रखंड की स्थिति ऐसी हो गई है कि रोजगार सेवक से पंचायत की एक योजना की जानकारी मांगी गई है पर अब तक संबंधित रोजगार सेवक ने इसकी जानकारी नहीं दी है। कार्य करने के प्रति कई कर्मियों का रवैया उदासीन है।

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