डुमरी में दस हजार किसानों का बनेगा संगठन
डुमरी राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) व पारसनाथ किसान उत्पादक कंपनी लिमिट
डुमरी: राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) व पारसनाथ किसान उत्पादक कंपनी लिमिटेड की ओर से किसानों के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन प्रखंड कार्यालय में किया गया। नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक आशुतोष प्रकाश ने बताया कि उक्त योजना कृषि मंत्रालय की ओर से लाई गई है जिसका क्रियान्वयन नाबार्ड करेगा। डुमरी प्रखंड में दस हजार लोगों का संगठन बनाने का संकल्प लिया गया है। डुमरी प्रखंड में वर्ष 2020-21 के लिए संगठन का निर्माण किया जाएगा। इसमें किसानों की खेती से संबंधित जो भी समस्याएं होंगी उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा। एक प्रोजेक्ट बिजनेस प्लान बनाकर किसानों को खाद बीज का लाइसेंस दिया जाएगा। मौके पर बीडीओ सोमनाथ बंकिरा, बीएओ प्रतापदेव नाग, सीबीबीओ असरफ सईद, प्रखंड निर्देशक उत्तीम चंद महतो, मनीषा टुडू, वीणा देवी, गिरजानंद प्रसाद, जानकी प्रसाद महतो, खीरोधर महतो, बैजनाथ तुरी, राजू महतो, अंजू देवी, करमचंद महतो, किसान ज्ञानचंद महतो, थानेश्वर महतो, रामप्रसाद महतो, परमेश्वर महतो, मालो कुमारी, राजेंद्र महतो, मानिक चंद महतो आदि उपस्थित थे।
आठ लाभुकों को दिया गया चार बकरी व एक बकरा
तिसरी : पशुपालन कार्यालय में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत आस्था फाउंडेशन की ओर से विभिन्न गांवों के गरीब व असहाय आठ लाभुकों को चार बकरी और एक-एक बकरे का सेट दिया गया। प्रत्येक मवेशी सेट 21913 रुपये का है।
इसमें मुख्य रूप से डीएचओ सुदर्शन भगत व प्रमुख नीलम देवी उपस्थित थी। डीएचओ ने कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना से विधवा व निसहाय लाभुकों को रोजगार के लिए यह दिया जा रहा है जिससे वे अपना जीवन यापन कर सकें। इसमें चार साल का इंश्योरेंस भी मवेशियों का होगा। अगर इन चार सालों में एक भी मर जाता है तो प्रत्येक बकरी के चार हजार और बकरे के लिए पांच हजार रुपये लाभुकों के खाते में भेज दिए जाएंगे। यह भुगतान इंश्योरेंस कंपनी करेगी। कार्यक्रम में प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी सुनील सिंह, रंजीत कुमार, समाजसेवी किशोरी साव, भंडारी के मुखिया प्रतिनिधि हरिहर शर्मा और लाभुक मौजूद थे।