झामुमो ने आदिवासियों को वोट बैंक के रूप में किया इस्तेमाल

गिरिडीह भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य समीर उरांव ने झाम

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 04:33 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 04:33 PM (IST)
झामुमो ने आदिवासियों को वोट बैंक के रूप में किया इस्तेमाल
झामुमो ने आदिवासियों को वोट बैंक के रूप में किया इस्तेमाल

गिरिडीह : भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य समीर उरांव ने झामुमो पर हमला करते हुए कहा है कि झामुमो ने आदिवासियों का इस्तेमाल सिर्फ वोट बैंक के रूप में किया है। झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन एवं उनके पुत्र हेमंत सोरेन लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे, लेकिन संतालपरगना का कोई विकास नहीं किया। पिता-पुत्र ने आदिवासियों के हित में कोई काम नहीं किए। आदिवासियों के हित में जो भी कार्य हुए हैं, वह सिर्फ भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए हैं। पहली बार वाजपेयी सरकार ने जनजातियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया। आदिवासी समाज अब जाग चुका है। उसे अब झामुमो का वोट बैंक बनकर शोषित होना मंजूर नहीं है। राज्यसभा सदस्य समीर उरांव ने यह बातें बुधवार की रात यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उनके साथ जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर डॉ. उमाकांतानंद सरस्वती जी महाराज एवं समाज सेवी विनोद सिन्हा भी मौजूद थे।

समीर उरांव ने बताया कि संतालपरगना में शिबू सोरेन समेत झामुमो को पहले भी भाजपा शिकस्त दे चुकी है। आनेवाले चुनाव में झामुमो का यहां वोट बैंक पूरी तरह से बिखर जाएगा। लोकसभा चुनाव में भाजपा शिबू सोरेन को हरा चुकी है। हेमंत सरकार के कार्यकाल में सबसे अधिक उत्पीड़न का शिकार आदिवासी हो रहे हैं। बाबूलाल मरांडी को विपक्ष का नेता का दर्जा नहीं देने के लिए भी उन्होंने हेमंत सरकार की आलोचना की। कहा कि, झामुमो घबराया हुआ है, इस कारण बाबूलाल को विपक्ष का नेता बनने नहीं दे रहा है। भाजपा पूरे देश के जनजाति समुदाय के लोगों के बीच काम कर रही है। विघटनकारी ताकतों को जनजाति समाज के बीच पैठ बनाने नहीं दिया जाएगा। जनजाति समाज के लोगों को इसके लिए जागरूक करने का काम भाजपा कर रही है। इस मौके पर प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य राकेश भास्कर, राजकिशोर सिंह, अजीत दुबे, जिला भाजपा के मंत्री नवीन सिन्हा आदि मौजूद थे। इसके पूर्व गिरिडीह पहुंचने पर समीर उरांव का भाजपा समर्थकों ने नवीन सिन्हा के नेतृत्व में स्वागत किया।

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