जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए पिछड़ों को साध रही भाजपा

गिरिडीह कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री बनने के बाद 16 अगस्त को

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Aug 2021 07:14 PM (IST) Updated:Wed, 18 Aug 2021 07:14 PM (IST)
जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए पिछड़ों को साध रही भाजपा
जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए पिछड़ों को साध रही भाजपा

गिरिडीह : कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री बनने के बाद 16 अगस्त को कोडरमा से जन आशीर्वाद यात्रा पर निकली हैं। कोडरमा, हजारीबाग, बोकारो, धनबाद होते हुए 19 अगस्त की शाम यह यात्रा गिरिडीह पहुंचेगी। रात्रि विश्राम के बाद 20 अगस्त की सुबह यात्रा कोडरमा के लिए आगे बढ़ेगी। इस यात्रा के जरिए भाजपा इस इलाके में ओबीसी विशेषकर यादव वोटरों को साधने की रणनीति पर काम कर रही है। अन्नपूर्णा को भाजपा में लाकर एवं लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारकर भाजपा कोडरमा के यादव वोटरों को पहले ही यूपीए व माले से तोड़ चुकी है। अन्नपूर्णा को पार्टी में तेजी से आगे बढ़ाकर अब कमोबेश पूरे झारखंड के पिछड़े वोटरों को यह संदेश दे रही है कि भाजपा ही उनकी सबसे करीबी पार्टी है।

लोकसभा चुनाव के पूर्व तक कोडरमा से लेकर आसपास के कई लोकसभा क्षेत्रों में यादव वोटरों पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का सिक्का चलता था। यादव, आदिवासी व मुस्लिम वोटरों के बल पर ही यूपीए इन इलाकों में भाजपा को टक्कर देने की स्थिति में आती थी। राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी थीं। विधानसभा चुनाव वह भाजपा की प्रो. नीरा यादव से हार चुकी थीं। ऐसे समय में जातीय आधार को देखते हुए भाजपा ने लोकसभा चुनाव के ठीक पूर्व अन्नपूर्णा देवी को पार्टी में शामिल कराया। इसके बाद अपने सीटिग सांसद व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. रवींद्र कुमार राय का टिकट काटकर अन्नपूर्णा को कोडरमा की जंग में उतारा। अन्नपूर्णा का मुकाबला सूबे के कद्दावर नेता यूपीए प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी से था। अन्नपूर्णा ने खुद स्वीकार किया था कि शुरू में वह

बाबूलाल का मुकाबला करने से घबरा रही थीं। जब चुनाव परिणाम सामने आया तो विपक्षियों को भाजपा की सटीक रणनीति का पता चला। रिकार्ड वोटों से अन्नपूर्णा चुनाव जीतीं। पूरा यादव वोट जो यूपीए के पाले में था, बदलकर भाजपा के साथ हो गया। इससे बाबूलाल तो चुनाव हारे ही, कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में भाजपा की सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरे माले के राजकुमार यादव अपनी जमानत तक नहीं बचा सके थे। माले का आधार ही खिसक गया। सांसद बनने के बाद अन्नपूर्णा को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और अब मोदी सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री बनाकर भाजपा ने ओबीसी वोटरों में पैठ बढ़ाने की कोशिश की है। कोडरमा, हजारीबाग, रांची, धनबाद एवं गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में अन्नपूर्णा की जन आशीर्वाद यात्रा को इसी से जोड़कर राजनीतिक विश्लेषक देख रहे हैं।

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भाजपा के झांसे में नहीं आने वाला है ओबीसी समाज : राजकुमार

जागरण संवाददाता, गिरिडीह : भाजपा ने आखिर ऐसा कौन सा काम किया है जो वह जनता से आशीर्वाद मांग रही है। भाजपा को जन आशीर्वाद यात्रा नहीं बल्कि बर्बादी यात्रा निकालनी चाहिए। महंगाई, रोजगार समेत तमाम मुद्दों पर पूरी तरह से विफल भाजपा लोगों को ध्यान बांटने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है। आदिवासी, दलित व अल्पसंख्यक समाज जिसकी आबादी करीब 51 फीसद है, भाजपा से अलग हो चुका है। इस कारण भाजपा बौखला गई है। अपनी नाकामियों को छुपाने व ओबीसी समाज को जोड़ने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा का नाटक कर रही है। ओबीसी समाज भाजपा के इस झांसे में आने वाला नहीं है।

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साधारण परिवार की महिला को भाजपा ने दिया सम्मान : प्रो. आदित्य

जागरण संवाददाता, गिरिडीह : प्रदेश भाजपा के महामंत्री प्रो. आदित्य साहू ने बताया कि भाजपा ने झारखंड की एक साधारण परिवार की महिला को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर बड़ा सम्मान दिया है। इसी कारण जन आशीर्वाद यात्रा निकाली गई है। इस यात्रा में अन्नपूर्णा देवी को अपार जनसमर्थन मिल रहा है। लोग इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जता रहे हैं। यह यात्रा सिर्फ ओबीसी ही नहीं बल्कि सभी समाज को भाजपा से और मजबूती के साथ जोड़ने के लिए निकाली गई है। भाजपा ने सभी वर्ग के लोगों को मोदी कैबिनेट में प्रतिनिधित्व दिया है। यहां कार्यकर्ता ही संगठन व सरकार में शीर्ष पदों पर पहुंचते हैं। जन आशीर्वाद यात्रा को मिल रहे अपार समर्थन से विपक्षियों में बौखलाहट है।

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