राशनकार्ड सत्यापन से दूर रहना चाहते शिक्षक

शिक्षकों को रास नहीं आ रहा राशनकार्ड सत्यापन कार्य

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 06:51 PM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 06:51 PM (IST)
राशनकार्ड सत्यापन से दूर रहना चाहते शिक्षक
राशनकार्ड सत्यापन से दूर रहना चाहते शिक्षक

गिरिडीह : खाद्य आपूíत विभाग के एक आदेश ने जिले के सिक्कों को आक्रोशित कर दिया है। शिक्षक इसे अपने ऊपर खतरा बताते हुए पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं। शिक्षकों का स्पष्ट कहना है कि करे कोई और भरे कोई, यह नहीं चलेगा। मामला शिक्षकों को राशनकार्ड सत्यापन कार्य में लगाने से संबंधित है। शिक्षकों को यह कार्य रास नहीं आ रहा है।

बता दें कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जिले में काफी संपन्न लोग ने राशन कार्ड बना रखा है। वैसे लोग सरकार की ओर से गरीबों को मिलने वाली सुविधा का लाभ ले रहे हैं, जबकि गरीब और जरूरतमंद परिवार इसके लाभ से वंचित रह रहे हैं। इसे देखते हुए विभाग संपन्न लोगों से अपना राशन कार्ड सरेंडर करने की लगातार अपील कर रहा है। इसके बाद भी काफी लोग अब भी कार्ड सरेंडर करने के बजाय उससे लाभ ले रहे हैं। इसे देखते हुए आपूíत विभाग ने शिक्षकों से राशन कार्डों का सत्यापन कराने का निर्णय लिया है। शिक्षकों के सत्यापन करने के बाद संपन्न लोगों के कार्ड को निरस्त किया जाएगा। इसी का शिक्षक विरोध कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि यह कार्य सौंपकर विभाग उन्हें खतरे में डाल रहा है। आपूíत विभाग की गलती से संपन्न लोगों को उक्त कार्ड मिला है। अब इसका खामियाजा शिक्षक क्यों भुगतेंगे।

शिक्षकों को राशनकार्ड सत्यापन कार्य में लगाना उनके हित में नहीं है। गांवों में जाकर शिक्षकों को यह कार्य करना होगा। इससे शिक्षकों पर खतरा हो सकता है। शिक्षकों को ग्रामीणों के कोप का भाजन बनना पड़ेगा। हमारा संगठन इसका विरोध करता है।

अरुण कुमार, जिला संगठन सचिव, प्राथमिक शिक्षक संघ, गिरिडीह

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शिक्षकों को शैक्षिक कार्य में ही रखा जाए। उन्हें गैर शैक्षिक कार्य में नहीं लगाया जाए, ताकि शिक्षक निश्चित होकर अध्यापन कार्य कर सकें और बच्चों को गुणवत्तपूर्ण शिक्षा देते हुए उन्हें स्वच्छता व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर सकें।

अशोक कुमार मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष, स्टेट प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन

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जो काम मुखिया और आपूíत विभाग के कर्मी नहीं कर पा रहे हैं, उसे करने के लिए शिक्षकों को लगाया जा रहा है। इससे शिक्षकों के साथ गांवों में किसी भी तरह की अप्रिय घटना हो सकती है। राशन कार्ड का सत्यापन मुखिया और वार्ड सदस्यों से कराना चाहिए।

दीपक कुमार, जिलाध्यक्ष, झारखंड स्टेट प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन

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शिक्षकों को राशन कार्ड सत्यापन कार्य में लगाने का हमारा संगठन विरोध कर रहा है। इसके लिए शिक्षा मंत्री और मुख्य सचिव को ज्ञापन भी सौंपा गया है। शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में नहीं लगाने का आदेश निकाला गया था। इसके बावजूद शिक्षकों को राशन कार्ड सत्यापन जैसे गैर शैक्षणिक कार्य में लगाया जा रहा है, जो गलत है।

विनोद चौधरी, संयुक्त सचिव, प्राथमिक शिक्षक संघ, गिरिडीह

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- शिक्षकों को राशन कार्ड सत्यापन कार्य में लगाने का आदेश खाद्य आपूíत वितरण विभाग से प्राप्त हुआ है। इस कार्य में एमओ के साथ-साथ डीलर और सहिया भी शिक्षकों को सहयोग करेंगे। शिक्षकों को इससे डरने की जरूरत नहीं है।

डॉ. सुदेश कुमार, जिला आपूíत पदाधिकारी, गिरिडीह।

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