नये बंदियों को 14 दिन के क्वारंटाइन में रखें

सेंट्रल जेल में बंदियो की दशा का हाल लेने प्रधान जिला जज दीपकनाथ तिवारी ने औचक निरीक्षण किया।न्यायिक अधिकारियों की टीम के साथ सुबह करीब दस बजे जेल परिसर पंहुचे।वहां बंदियो के लिए खाना बनाए जाने वाले बिखरे पड़े सामानों को देख भड़क उठे।उन्होंने प्रभारी जेल अधीक्षक धीरेंद्र कुमार को फटकार लगाते हुए कड़ा निर्देश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 07:04 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 07:04 PM (IST)
नये बंदियों को 14 दिन के क्वारंटाइन में रखें
नये बंदियों को 14 दिन के क्वारंटाइन में रखें

जागरण संवाददाता, गिरिडीह : सेंट्रल जेल में बंदियों की जानकारी लेने प्रधान जिला जज दीपकनाथ तिवारी ने बुधवार को औचक निरीक्षण किया। न्यायिक अधिकारियों की टीम के साथ सुबह करीब दस बजे वे जेल परिसर पंहुचे। वहां बंदियों के लिए खाना बनाए जानेवाले बिखरे पड़े सामानों को देख भड़क उठे। उन्होंने प्रभारी जेल अधीक्षक धीरेंद्र कुमार को फटकार लगाते हुए कड़ा निर्देश दिया। पीडीजे ने सामानों के भंडारण को ठीक से करने को कहा। इस निरीक्षण में फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रंजना अस्थाना, सीजेएम मिथिलेश कुमार सिंह, एसीजेएम मनोरंजन कुमार, डालसा के सचिव संदीप कुमार बर्तम और रजिस्ट्रार निशिकांत शामिल थे।

पीडीजे ने जेल के किचेन की सफाई देखी। जेल अस्पताल में रोगी बंदियों से मिलकर मिलनेवाले भोजन के बारे में जानकारी ली। साथ ही चिकित्सा व्यवस्था को भी देखा। बंदियों को मिलनेवाले भोजन की गुणवत्ता और मात्रा के बारे मे भी जानकारी ली। -नए बंदियों को हर हाल में रखें 14 दिन क्वारंटाइन : पीडीजे ने जेल आनेवाले नए बंदियों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखने को कहा। किसी भी कीमत पर और कोई भी बंदी बिना क्वारंटाइन में रहे आम बंदियों के साथ नहीं रह सकता है। सभी बंदियों को नियमित मास्क लगाने और हाथ धोते रहने को कहा गया। सेंट्रल जेल के अंदर लगाई गई शिकायत पेटी खोलकर कुछ शिकायत पत्र साथ ले गए। इन शिकायत पत्रों को दो दिनों तक क्वारंटाइन में रखने के बाद खोला जाएगा। इन शिकायत पत्रों से जेल की अंदरूनी बातें और स्थिति पता चल पाएगी कि बंदियों को कोई आंतरिक परेशानी तो नहीं है। विदित हो कि पिछले साल दो बंदियों ने आत्महत्या कर ली थी।

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