कहर बरपा रहे गजराज, रतजगा कर रहे ग्रामीण

पिछले तीन दिनों से जंगली हांथीयों ने बाराडीह पंचायत अंतर्गत बिराजपुर झरखी पिपराडीह के जंगल में डेरा डाले हुवे है। जंगल से सटे गांव पिपराडीह झरखी बिराजपुर में कहीं जंगली हांथीयों गांव में प्रवेश कर किसी का भी क्षतिग्रस्त नही कर दे।इसके लिए उक्त तीनों गांवो के ग्रामीणों ने जंगली हांथीयों के भय से रतजगी कर रहे है ।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 06:12 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 06:12 PM (IST)
कहर बरपा रहे गजराज, रतजगा कर रहे ग्रामीण
कहर बरपा रहे गजराज, रतजगा कर रहे ग्रामीण

बिरनी (गिरिडीह): तीन दिनों से हाथियों का झुंड बाराडीह पंचायत के बिराजपुर, झरखी व पिपराडीह के जंगल में डेरा डाले हुए है। जंगल से सटे गांव पिपराडीह, झरखी व बिराजपुर में वे गांव में प्रवेश कर किसी को क्षति नहीं पहुंचाए, इसके लिए उक्त गांवों के ग्रामीण रतजगा कर रहे हैं। ग्रामीण गांव के बाहर अलाव व मशाल जलाकर, पटाखा छोड़कर व टीन ढोल बजाकर हाथियों को गांव में घुसने से रोके रहे हैं। इन ग्रामीणों का साथ वन विभाग की टीम भी दे रही है। इजरायल अंसारी, कलीम अंसारी, सहदेव यादव, बैजनाथ यादव आदि ने बताया कि रविवार रात्रि को इस जंगल में हाथियों के झुंड ने प्रवेश किया है और सोमवार सुबह ग्रामीणों ने उन्हें देखा है। हो हल्ला होने के बाद से ग्रामीण सावधान हो गए हैं। सोमवार दोपहर को जंगल से सटे खेत में धान के बिचड़े में पानी बांधने के क्रम में पिपराडीह निवासी बनारस महतो के 16 वर्षीय पुत्र शंकर यादव को हाथियों ने अपनी चपेट में ले लिया जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। सोमवार रात 11 बजे झरखी में प्रवेश कर हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। वहां घर के दरवाजे, चारदीवारी आदि ध्वस्त करते हुए दर्जनाधिक किसानों के खेतों में लगी फसल को नष्ट कर दिया। ग्रामीणों ने उन्हें किसी तरह गांव से निकाल झरखी के जंगल की ओर भेज दिया। लगातार तीन दिनों से उक्त जंगल में हाथियों ने डेरा जमाया हुआ है। कहा कि उनलोगों के साथ वन विभाग के पदाधिकारी भी रतजगा कर रहे हैं और ग्रामीणों का हौसला बुलंद कर रहे हैं। कहा कि वर्ष 2006 से लगातार हाथियों का यहां आना जाना लगा हुआ है।

सिर्फ इसी पंचायत में नहीं बल्कि प्रखंड के विभिन्न गांवों में भी वे आते जाते रहते हैं। यहां पर वे कई लोगों की जान भी ले चुके हैं और दर्जनाधिक लोगों का घायल भी कर चुके हैं। वे सैकड़ों एकड़ जमीन में किसानों की लगी फसल को नष्ट कर चुके हैं। हालांकि विभाग ने क्षतिपूर्ति को लेकर किसानों को मुआवजा भी दिया है। अभी पिपराडीह, झरखी व विराजपुर के जंगलों में हाथियों के झुंड ने शरण ले रखी है। जंगल से उनके गांव में प्रवेश नहीं होने देने को लेकर इन गांवों के ग्रामीण रतजगा कर रहे हैं। उप वन परिसर पदाधिकारी हरिशंकर वर्मा ने बताया कि हाथियों व ग्रामीणों को सुरक्षा देना विभाग का कर्तव्य है।

पिछले तीन दिनों से हाथियों के जंगल से बाहर नहीं निकलने के लिए वे लोग ग्रामीणों के साथ लगे हुए हैं। दिन में जंगल से हाथी बाहर नहीं निकलते हैं। वे जब भी निकलते हैं तो रात को ही निकलते हैं। इसके लिए टीम लगी हुई है। जगह जगह मशाल व अलाव जलाए जा रहे हैं, साथ में पटाखे भी छोड़े जा रहे हैं। ग्रामीण भी वन विभाग के पदाधिकारी को सहयोग कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी