पूजा पंडाल में 15 से अधिक लोग एक साथ नहीं रह सकेंगे

जागरण संवाददातागिरिडीह उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:48 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 12:48 AM (IST)
पूजा पंडाल में 15 से अधिक लोग एक साथ नहीं रह सकेंगे
पूजा पंडाल में 15 से अधिक लोग एक साथ नहीं रह सकेंगे

जागरण संवाददाता,गिरिडीह : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए पूजा पंडाल समितियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पंडाल में एक समय में 15 से अधिक लोग न हो। मंत्रोच्चार के लिए लाउडस्पीकर की अनुमति दी गई है। केवल 55 डेसिबल तक मंत्रोच्चार किया जा सकेगा। इसके अलावा किसी प्रकार का प्री-रिकॉर्डेड ऑडियो बजाने की अनुमति नहीं होगी।

दुर्गा पूजा का आयोजन मंदिर, घर के अलावा छोटे स्तर पर तैयार पंडाल व मंडपों में किया जा सकता है। वहां किसी तरह की कोई भीड़ नहीं होगी और सिर्फ पूजा होगी। दुर्गापूजा पंडाल व मंडप को ऐसा बनाया जाना है, जिसमें बाहर से कोई मूर्ति या प्रतिमा दिखाई न दे और न भीड़ लग सके। पंडाल किसी प्रकार की थीम पर नहीं बनना चाहिए। उसके चारों तरफ किसी भी तरह की लाइटिग से सजावट नहीं होनी चाहिए। किसी भी तरह का तोरण द्वार या स्वागत गेट नहीं बनाया जाएगा। पूजा पंडाल, मंडप सिर्फ ढंका रहेगा तथा शेष भाग खुला हुआ रहना चाहिए। प्रतिमा की अधिकतम ऊंचाई चार फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस दौरान किसी भी तरह के मेला का आयोजन नहीं होगा।

किसी भी तरह का विसर्जन जुलूस नहीं निकलेगा। सिर्फ जिला प्रशासन के चिन्हित तालाबों में सादगी से प्रतिमा विसर्जन समिति की ओर से किया जाएगा। किसी तरह का पंडाल या मूर्ति व पंडाल का उद्घाटन नहीं होगा। गरबा या डांडिया कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा। रावण का पुतला दहन को लेकर किसी तरह का कोई बड़ा आयोजन करने पर रोक रहेगी। पूजा स्थल पर आयोजक और पुजारी को मास्क पहने अनिवार्य है। नियमों का उल्लंघन करने की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध नियम संगत कार्रवाई की जाएगी। पंडालों का निर्माण छोटा किया जाय तथा उसमें नायलॉन, सिथेटिक और ज्वलनशील कपड़ों का उपयोग न किया जाय। सभी पंडालों में अग्निशमन यंत्र का इंतजाम हो। अग्निशमन यंत्री छोटे पोर्टेबल के साथ चिह्नित स्थानों पर वाहन के रूप में भी हों। पूजा पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। पंडाल में सभी महत्वपूर्ण दूरभाष संख्या सहज दृश्य स्थान पर रखा जाए। ताकि लोग आवश्यक होने पर उनसे संपर्क कर सकें।

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