तिसरी के प्रवासी मजदूर की मुंबई में मौत

संवाद सहयोगी तिसरी लोकाय थाना अंतर्गत सेवाटांड़ गांव के प्रवासी युवा मजदूर बबलू हेम्ब्रम की

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Jul 2021 06:59 PM (IST) Updated:Sun, 11 Jul 2021 06:59 PM (IST)
तिसरी के प्रवासी मजदूर की मुंबई में मौत
तिसरी के प्रवासी मजदूर की मुंबई में मौत

संवाद सहयोगी, तिसरी : लोकाय थाना अंतर्गत सेवाटांड़ गांव के प्रवासी युवा मजदूर बबलू हेम्ब्रम की मुंबई में बीमार पड़ने से गत शुक्रवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। ताबूत में उसका शव घर पहुंचते ही गांव में मातम पसर गया। स्वजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया।

बताया जाता है कि बबलू हेम्ब्रम मुंबई के हुल्लास नगर में बैग सिलाई - बुनाई का काम करता था। सात माह पूर्व वह गांव के मनोज मरांडी व तालो मरांडी के साथ पलमरुआ पंचायत के काशीटांड़ के अजय दास और उसके भाई राजेश दास के यहां काम करने गया था। वह वहां चार साल से काम कर रहा था। भाई सामेल हेम्ब्रम ने बताया कि काशीटांड़ के अजय व राजेश दास दोनों भाई के यहां कारीगर के रूप में काम कर रहा था। उसे अचानक पेट में दर्द होने की बात अजय दास ने फोन पर बताई और कहा कि सरकारी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। दूसरे दिन शुक्रवार को मौत की खबर आ जाती है। उसक भाई की मौत अचानक कैसे हो गई यह समझ में नहीं आ रहा है, जबकि जाते समय पूरी तरह स्वस्थ था। उसे पूरा पारिश्रमिक भी नहीं दिया है। दो साल में दो बार में मात्र 15 हजार दिया है। बबलू की मौत के बाद गांव के ही मनोज मरांडी व तालो हेम्ब्रम के साथ ट्रेन से शव को भेजवा दिया है। मृतक के चाचा धनेश्वर मरांडी ने कहा कि बबलू के पेट में दोनों तरफ जख्म है। बबलू के साथ क्या किया गया, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है और न ही इलाज का कोई प्रमाण भेजा है।

माता-पिता की पूर्व में हो गई थी मौत : बबलू की सौतेली मां बुधनी सोरेन की मौत 2017 में भूख से हो गई थी। उसके पूर्व पिता टुडू हेम्ब्रम की भी सड़क हादसे में कई साल पहले मौत हो गई थी। बबलू का शव घर पहुंचते ही स्वजनों व ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। काशीटांड़ के अजय दास ने फोन पर बताया कि पांच दिन से बीमार चल रहा था। किसी को कुछ बताया नहीं। जब पेट जोर से दर्द करने लगा तो हमलोगों ने मुंबई के सरकारी अस्पताल में इलाज कराया, लेकिन उसकी मौत हो गई। मौके पर समाजसेवी तुलसी ठाकुर, दिनेश शर्मा आदि उपस्थित थे।

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