सबसे की फरियाद, न्याय नहीं मिला तो महिला ने दे दी जान

संवाद सहयोगी हीरोडीह थाना क्षेत्र के ढिबीटांड़ तीसीटांड़ की एक महिला पति और ससुराल

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 08:33 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 08:33 PM (IST)
सबसे की फरियाद, न्याय नहीं 
मिला तो महिला ने दे दी जान
सबसे की फरियाद, न्याय नहीं मिला तो महिला ने दे दी जान

संवाद सहयोगी, हीरोडीह : थाना क्षेत्र के ढिबीटांड़ तीसीटांड़ की एक महिला पति और ससुराल वालों की प्रताड़ना से परेशान होकर दर-दर भटकती और इंसाफ का गुहार लगाती रही। कहीं से इंसाफ नहीं मिला तो उसने रविवार रात आत्महत्या कर ली।

बताया जाता है कि ढिबीटांड़ के तिसीटांड़ निवासी प्रकाश बैठा की 22 वर्षीय पुत्री पूनम देवी की शादी छह वर्ष पूर्व धनवार थाना क्षेत्र के जमरेडीह निवासी निवासी बालो बैठा के पुत्र पप्पू बैठा के साथ हुई थी। शादी के कुछ समय बाद पारिवारिक उलझन होने लगा। पति सहित ससुराल वाले उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। इसकी जानकारी पूनम ने अपने मायके वालों को दी। मायके वालों ने पारिवारिक कलह समझ कर उसे ससुराल में ही रहने को कहा। प्रताड़ना और मारपीट बढ़ गई तो तंग आकर उसने पुन: मायके में शिकायत की। मायके के लोगों ने समाज के कुछ गणमान्य लोगों को लेकर पूनम के ससुराल वालों से पूछताछ की और भविष्य में ऐसा नहीं करने की नसीहत दी। बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ। ससुराल वालों ने पूनम के साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया। वह मायके में आकर आपबीती सुनाई। मायके वालों ने धनवार थाना में पति सहित ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। बावजूद पूनम ने ससुराल में रहने का प्रयास किया, लेकिन ससुराल वालों ने पुन: मारपीट कर भगा दिया। इसके बाद वह पिछले दो वर्षों से मायके में रह कर समाज के प्रबुद्ध नागरिकों, जनप्रतिनिधियों सहित धनवार थाना से लेकर इंस्पेक्टर तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से भी इंसाफ की फरियाद करती रही, लेकिन किसी ने पहल नहीं की। अंतत: उसने रविवार देर रात को जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद जनप्रतिनिधियों तथा समाज के ठेकेदारों का हुजूम उमड़ पड़ा। फिर ससुराल वालों को गरीब कह कर लाश पर सौदेबाजी शुरू हो गई। भाजपा के सांसद प्रतिनिधि, भाकपा माले के केंद्रीय कमेटी के सदस्य सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में करिहारी पंचायत के सुरही मैदान में घंटों सौदेबाजी होती रही। दूसरी तरफ पीड़ित परिवार बेटी के शव को देख कर रोते बिलखते रहे। समाज के ठेकेदारों ने लड़की की मौत की कीमत तीन लाख रुपये तय कर स्वजनों से दबाव बना कर हस्ताक्षर भी करा लिया। इस दौरान हीरोडीह थाना प्रभारी सहित पुलिस प्रशासन लाश की सौदेबाजी होते हुए सुरही मैदान में घंटों इंतजार करते रहे। हालांकि कांग्रेस नेत्री डा. मंजू कुमारी ने स्थल पर पहुंच कर सौदेबाजी से इन्कार करते हुए इंसाफ की मांग की। कहा कि महिला की मौत पुलिस प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी के कारण हुई है। इसमें पुलिस भी दोषी है। इसकी जांच की मांग की जाने लगी। इसे देखते हुए हीरोडीह पुलिस ने समझौता पेपर लेने से इंकार करते हुए शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो ने कहा कि मामले की जानकारी उन्हें नहीं है। अगर महिला की मौत का कारण ससुराल वालों की प्रताड़ना है तो जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

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