गिरोह के सरगना समेत दो साइबर अपराध धराए

गिरिडीह साइबर अपराध में शामिल गिरोह के सरगना समेत फर्जी सिम आपूर्तिकर्ता को पुलिस ने छ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 07:14 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 07:14 PM (IST)
गिरोह के सरगना समेत दो साइबर अपराध धराए
गिरोह के सरगना समेत दो साइबर अपराध धराए

गिरिडीह : साइबर अपराध में शामिल गिरोह के सरगना समेत फर्जी सिम आपूर्तिकर्ता को पुलिस ने छापेमारी कर दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपितों में बेंगाबाद थाना क्षेत्र के बांसजोर गांव निवासी साइबर सरगना 24 वर्षीय सिंटू कुमार मंडल व देवघर जिला के मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी फर्जी सिम आपूर्तिकर्ता 33 वर्षीय मो. दिलदार अंसारी शामिल हैं, जबकि कोलकाता से फर्जी सिम लाने वाला एक अन्य आरोपित देवघर जिले के पालोजोरी थाना क्षेत्र के बंदिया गांव निवासी मो. हुसैन पुलिस गिरफ्त से बाहर है, जिसे दबोचने के लिए पुलिस रणनीति बनाने में जुट गई है। आरोपितों के पास से 1.75 लाख रुपया नकद समेत फर्जी सिम के अलावा साइबर अपराध में उपयोग की जाने वाली अन्य सामग्री बरामद की गई है। गुरुवार को पुलिस लाइन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवार्ता में साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी ने बताया कि साइबर अपराध गिरोह के सरगना सिंटू को फर्जी सिम आपूर्ति करने के लिए मो. दिलदार के आने की गुप्त सूचना पुलिस को मिली थी। इसके बाद साइबर थाना प्रभारी सुरेश कुमार मंडल व बेंगाबाद थाना प्रभारी कमलेश पासवान के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई। सूचना के मुताबिक सोनबाद स्थित बजरंगबली मंदिर के पास से बांसजोर निवासी सिंटू को दबोचा गया, जबकि पुलिस के आने की भनक लगते ही फर्जी सिम आपूर्तिकर्ता मो. दिलदार अंसारी फरार हो गया। बाद में आरोपित सिंटू की निशानदेही व मोबाइल काल के आधार पर महेशमुंडा स्टेशन के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में साइबर अपराध को अंजाम देने में शामिल रहने की बात दोनों ने स्वीकार की। प्रेसवार्ता के बाद दोनों आरोपितों को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया, जहां से न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया।

- बरामद सामान : गिरफ्तार सिंटू के पास से पुलिस ने 1.75 लाख रुपये नकद बरामद किया है। साथ ही दोनों आरोपितों के पास से तीन एंड्रायड मोबाइल, आठ फर्जी सिम, दो पासबुक, तीन आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, दो बाइक समेत अन्य सामान बरामद हुए हैं। - दिलदार है फर्जी सिम आपूर्तिकर्ता : पुलिस के हत्थे चढ़ा साइबर आरोपित दिलदार फर्जी सिम आपूर्ति करने वाला है। वह साइबर अपराध में संलिप्त गिरोह को पांच सौ रुपये के हिसाब से फर्जी सिम आपूर्ति करता है। इन फर्जी सिम को वह मो. हुसैन से प्राप्त करता है। एक सिम पर एक सौ रुपये का कमीशन लेता है। पुलिस ने उसके पास से पांच फर्जी सिम भी बरामद किया है।

- सिंटू के खाते को किया गया फ्रीज : साइबर अपराध को अंजाम देने वाला मुख्य सरगना सिंटू के खाते को पुलिस ने जांच के बाद फ्रीज करा दिया है। उसका खाता एक्सिस बैंक में संचालित है और उस खाते में फिलहाल 3.31 लाख रुपये जमा है।

फरार हुसैन कोलकाता से लाता है सिम : इस फर्जी सिम को मो. हुसैन नामक युवक पश्चिम बंगाल के कोलकाता व बिहार के पटना से सस्ते दर पर लाता है। इसके बाद साइबर अपराधियों के गिरोह से संपर्क स्थापित कर उस सिम को ऊंचे दाम पर बेचता है। हुसैन फिलहाल कोलकाता में है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लेकर रणनीति बनाने में जुटी है।

- एनजीराक समेत अन्य तकनीक से उड़ाता है खाता से राशि : सिंटू अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर एनजीराक का लिक भेजकर व अन्य दूसरी तकनीक से लोगों के खाते से राशि टपाता था। मोबाइल के माध्यम से सीरियल काल कर पहले लोगों को अपनी लुभावनी बातों में फंसाता था और फिर एनजीराक का लिक भेजकर एटीएम कार्ड का डिटेल व इंटरनेट बैंकिग का लागइन आइडी प्राप्त करते हुए पलक झपकते ही खाते से राशि टपाने का काम करता था। इसके अलावा इंटरनेट बैंकिग करने वाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर लागइन आइडी व पासवर्ड का डिटेल लेते हुए कार्डलेश ट्रांजेक्शन को भी सफलता पूर्वक अंजाम देने में महारत हासिल की थी। साथ ही साइबर ठगी के लिए घनी एप, पेटीएम एप, फोन-पे एप समेत अन्य एप का उपयोग करते हुए दूसरे के खाते को साफ करते हुए राशि अर्जित करता था।

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