फ्री रिचार्ज का प्रलोभन देकर साइबर ठगी करनेवाला गिरफ्तार

गिरिडीह साइबर अपराध में शामिल गिरोह के सदस्यों ने ठगी की इस बार एक नई तरकीब का इस्त

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 08:40 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 08:40 PM (IST)
फ्री रिचार्ज का प्रलोभन देकर साइबर ठगी करनेवाला गिरफ्तार
फ्री रिचार्ज का प्रलोभन देकर साइबर ठगी करनेवाला गिरफ्तार

गिरिडीह : साइबर अपराध में शामिल गिरोह के सदस्यों ने ठगी की इस बार एक नई तरकीब का इस्तेमाल कर लाखों रुपये की ठगी की है। इस ठगी के मामले में साइबर थाने की पुलिस गुप्त सूचना पर गिरोह के एक आरोपित को दबोचने में कामयाब हुई है। गिरफ्तार आरोपित पिटू यादव बेंगाबाद थाना क्षेत्र के बरगढ़ा का रहनेवाला है। आरोपित के विरूद्ध साइबर थाने में ठगी की प्राथमिकी दर्ज करने के बाद शनिवार को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया। जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया। आरोपित ट्रक चालक है। दूसरी लॉकडाउन के बाद उसका चालक का काम छूट गया तो वह अपने गांव आ गया। गांव आने के बाद उसने साइबर अपराध में शामिल गांव के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर साइबर ठगी के गुर को सीखा और फरवरी माह से अब तक अपने साथियों के साथ मिलकर लाखों रुपये की ठगी की। इसके हिस्से में करीब साढे़ चार लाख रुपये आए। आरोपित ने बताया कि उसने चार-पांच युवकों के साथ मिलकर साइबर अपराध के धंधे में शामिल होकर कम समय में अधिक रकम की कमाई की है। इधर साइबर थाना प्रभारी सुरेश मंडल ने बताया कि आरोपित ने फर्जी सिम की खरीदारी कर इस ठगी की धंधे में संलिप्त रहकर लोगों को अपने बुने जाल में फंसाकर लाखों रुपये की ठगी की है। - एयरटेल के पुराने ग्राहक को फ्री रिचार्ज का देता था प्रलोभन

जासं, गिरिडीह : ठगी के मामले में गिरफ्तार आरोपित पिटू यादव ने दैनिक जागरण को साइबर ठगी की नई तरकीब के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि एयरटेल कंपनी के पुराने ग्राहकों को कंपनी पर भरोसा जताने की बात कहते हुए पहले विश्वास में लिया जाता था। इसके बाद उन्हें कंपनी की ओर से तीन माह से लेकर एक साल तक के लिए फ्री रिचार्ज दिए जाने की बात कहते हुए फंसाया जाता था और नजदीकी रिचार्ज दुकानों पर जाकर दुकानदार से बात कराने को बोला जाता था। फ्री रिचार्ज की लालच में आकर लोग दुकानदार के पास पहुंचकर बात कराया जाता था। इसके बाद दुकानदार को विश्वास में लेकर दुकान के पास खड़े व्यक्ति को अपना भाई व अन्य रिश्तेदार बताकर गूगल-पे से पैसे भेज देने की आग्रह करता था। भेजी गई राशि का भुगतान दुकानदार को वहां खड़े व्यक्ति की ओर से कर दिए जाने की बात कहते हुए ठगी की घटना को अंजाम दिया जाता था। जब भेजी गई राशि की मांग वहां खड़े व्यक्ति से की जाती थी तो वह पैसे भेजने की बात से इन्कार करते हुए खुद फ्री की रिचार्ज के झांसे में आने की बात कहकर ठगी की शिकार होने की बात कहकर माथा पीट लेता था।

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