कोरोना संक्रमित की मौत, पैसे के लिए शव नहीं दे रहा हॉस्पिटल

गिरिडीह कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित नवडीहा ओपी क्षेत्र के बरोटांड़ (

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 12:38 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 12:38 AM (IST)
कोरोना संक्रमित की मौत, पैसे के लिए शव नहीं दे रहा हॉस्पिटल
कोरोना संक्रमित की मौत, पैसे के लिए शव नहीं दे रहा हॉस्पिटल

गिरिडीह : कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित नवडीहा ओपी क्षेत्र के बरोटांड़ (गोविदडीह) निवासी 37 वर्षीय बालगोविद कुमार की शनिवार अल सुबह मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने स्वजनों को 5.41 लाख रुपये का बिल थमा दिया। पूरा पैसा नहीं दे पाने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने उसका शव देने से इन्कार कर दिया है। उसकी मौत से क्षेत्र में भय का माहौल है। मृतक नवडीहा मंडल के उपाध्यक्ष धनेश्वर वर्मा का भाई था।

बताया जाता है कि संक्रमण होने के बाद उसका इलाज गिरिडीह के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। स्थिति और बिगड़ने पर चिकित्सक ने उसके इलाज में असमर्थता जताई। इसके बाद बेहतर इलाज के लिए स्वजन उसे कोलकाता ले गए। वहां उसे फ्लेमिग हॉस्पिटल टॉपसिया बालीगंज में तीन मई को भर्ती किया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। स्वजनों ने बताया कि उस अस्पताल ने 12 दिनों का कुल बिल 5.41 लाख रुपये का दिया। इसके बाद उनलोगों ने किसी तरह 2.81 लाख रुपये जमा किए। शेष 2.60 लाख रुपये बकाया रहने के कारण अस्पताल प्रबंधक स्वजनों को शव नहीं सौंप रहा है। इससे स्वजन परेशान हैं। मृतक को एक पुत्र व दो पुत्री हैं जो अभी नाबालिग हैं।

जिले को मिली 75 सौ एंटीजन टेस्ट किट : कोरोना जांच की गति में तेजी लान के लिए स्वास्थ्य विभाग अपनी ओर से पूरा प्रयासरत है ताकि समय पर व जल्द ही जांच कर लोगों के संक्रमण की पहचान कर कोरोना से बचाव की दिशा में पहल की जा सके। इसी के तहत झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति की ओर से जिले को 75 सौ एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध कराई गई है। इस कीट के माध्यम से कोरोना की जांच को गति देने का निर्देश दिया गया है ताकि कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच इस किट के माध्यम स की जाए और जांच के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। यह निर्देश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के झारखंड अभियान निदेशक ने दिया है। पूरे राज्य के जिलों को मिलाकर एक लाख पच्चीस हजार एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध कराया गया है जिसमें सर्वाधिक 13 हजार टेस्ट कीट रांची व उसके बाद पूर्वी सिंहभूम को 10 हजार टेस्ट कीट उपलब्ध कराया गया है। इसी प्रकार अन्य जिलों को भी तीन हजार से लेकर सा हजार पांच सौ टेस्ट किट उपलब्ध कराते हुए जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।

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