कोरोना के जंग में मास्क और गर्म पानी बना सुरक्षा कवच

गिरिडीह कोरोना महामारी गांव-गांव में दस्तक दे रही है। सभी वर्ग और जाति-समुदाय के लोगो

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 12:20 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 12:20 AM (IST)
कोरोना के जंग में मास्क और गर्म पानी बना सुरक्षा कवच
कोरोना के जंग में मास्क और गर्म पानी बना सुरक्षा कवच

गिरिडीह : कोरोना महामारी गांव-गांव में दस्तक दे रही है। सभी वर्ग और जाति-समुदाय के लोगों को यह अपनी चपेट में ले रही है। न अमीर को छोड़ रही है न गरीब को, न बूढ़ों को बख्श रही है और न ही जवानों को। सभी इसकी चपेट में आ रहे हैं। हर जगह दहशत और भय का माहौल है, लेकिन इससे डरने नहीं, बल्कि सावधान और सतर्क रहकर इस महामारी को मात देने की जरूरत है। गिरिडीह जिला के बिरनी प्रखंड अंतर्गत बंगराकला पंचायत के लोग भी सतर्कता और जागरूकता से इसका डटकर मुकाबला कर रहे हैं। वहां के ग्रामीणों ने कोरोना के खिलाफ जंग में मास्क और गर्म पानी को हथियार बनाया है।

जागरूक हैं ग्रामीण, कर रहे नियमों का पालन :

कोरोना से बचाव को लेकर यहां के ग्रामीण काफी जागरूक और सतर्क हैं। ग्रामीण सरकार की ओर से जारी सभी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए अपनी और परिवार की सुरक्षा कर रहे हैं। पंचायत का कोई भी व्यक्ति बेवजह घर से बाहर नहीं निकलता है। बहुत जरूरी होने पर मास्क लगाकर बाहर जाते हैं और अपना काम निपटा कर घर लौट आते हैं। यही वजह है कि पंचायत के चौक-चौराहों से लेकर गांवों की गलियों में हमेशा सन्नाटा पसरा रहता है। ग्रामीण कोरोना से बचाव के लिए नियमित रूप से गर्म पानी का सेवन भी कर रहे हैं।

डेढ़ महीना से नहीं आया एक भी पॉजिटिव केस :

पंचायत की आबादी करीब सात हजार है। करीब डेढ़ माह पहले यहां दो कोरोना संक्रमित मिले थे। इसके बाद लोग जागरूक और सतर्क हुए। निवर्तमान मुखिया देवनाथ राणा ने भी पंचायत को कोरोना से सुरक्षित रखने की दिशा में पहल की। उन्होंने ग्रामीणों को जागरूक और प्रेरित करना शुरू किया। गांव-गांव में घूमकर लोगों को कोरोना से बचाव की जानकारी दी। इसमें उन्हें वार्ड सदस्यों का भी पूरा सहयोग मिला। अभी भी वह रोज सुबह-शाम पंचायत में भ्रमण कर लोगों को सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने, मास्क लगाने, गर्म पानी पीने, घर में ही रहने आदि के लिए प्रेरित करते हैं।

जांच और टीकाकरण पर जोर :

कोरोना से बचाव के लिए जांच और टीकाकरण बहुत जरूरी है। लिहाजा यहां के ग्रामीण इन दोनों को लेकर काफी गंभीर हैं। किसी को सर्दी, खांसी या बुखार होने पर उसकी तुरंत कोरोना जांच कराई जाती है। साथ ही रिपोर्ट आने तक उसे घर में ही क्वारंटाइन कर दिया जाता है, ताकि यदि वह संक्रमित हो तो दूसरे में यह नहीं फैले। इसके अलावा टीकाकरण के प्रति भी सकारात्मक सोच रखते हैं। पंचायत में अब तक 45 वर्ष और इससे अधिक उम्र के करीब 75 फीसद लोग कोरोना का टीका ले चुके हैं। इस तरह यहां के ग्रामीण हर वह हथकंडा अपना रहे हैं, जो कोरोना से बचाव में सुरक्षा कवच बन सके।

- पिछले डेढ़ महीना से बंगराकला पंचायत में कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिला है। ग्रामीण कोरोना को लेकर काफी जागरूक हैं। सभी सावधान और सतर्क रहकर कोरोना को मात देने में जुटे हैं। पंचायत वासियों को इस महामारी से बचाना प्राथमिकता है।

देवनाथ राणा, निवर्तमान मुखिया।

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