कोरोना से बचने के लिए सात हजार लोगों ने ली वैक्सीन
गिरिडीह संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए लोग अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचकर व
गिरिडीह : संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए लोग अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचकर वैक्सीन लगवाने में जुटे हैं। साथ ही अपने आसपास के लोगों को भी वैक्सीन के प्रति जागरूक कर रहे हैं। शहरी क्षेत्रों से ज्यादा संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित केंद्रों पर लोग पहुंच रहे हैं और टीका लेकर दूसरों को जागरूक कर रहे हैं। इसी क्रम में 7001 लोगों ने अलग-अलग सेंटरों पर पहुंचकर कोविशील्ड व कोवैक्सीन की डोज ली। इसमें 18 प्लस से 44 वर्ष के 4186 लोगों ने पहली जबकि 753 लोगों ने दूसरी डोज ली। वहीं 45 प्लस से 59 वर्ष के 1324 लोगों ने पहली व 436 लोगों ने दूसरी डोज ली। 60 प्लस आयु वर्ग के 205 लोगों ने पहली व 77 लोगों ने दूसरी डोज ली। वहीं संक्रमण से बचाव को 20 एचसीडब्लू व एफएलडब्लू के लोगों ने दूसरी डोज ली। इसमें सबसे अधिक जमुआ में 1033 लोगों ने वैक्सीन ली, जबकि सबसे कम 159 लोगों ने गावां में कोरोनारोधी टीका लिया। कुल टीकाकरण में से 93 लोगों ने कोवैक्सीन की पहली व 317 लोगों ने दूसरी डोज ली।
जिले में 2205 लोगों ने कराई स्वाब की जांच : संक्रमण से बचाव को लेकर लोग जांच कराने केंद्र पर जुट रहे हैं। इसी क्रम में जिले के अलग-अलग केंद्रों पर 2205 लोगों ने शुक्रवार को स्वाब जांच कराई। इसके तहत 1645 लोगों ने आरटीपीसीआर के माध्यम से स्वाब जांच कराई। आरटीपीसीआर जांच के लिए संग्रह स्वाब को धनबाद लैब भेजा जाता है जहां से रोज उसकी जांच रिपोर्ट अस्पताल प्रबंधन को उपलब्ध कराई जाती है। इस जांच में सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही है। वहीं एंटीजन किट के माध्यम से 560 लोगों का स्वाब जांच की गई। इसमें भी सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिले के अलग-अलग केंद्रों पर आरटीपीसीआर जांच के लिए 1176 लोगों का स्वाब संग्रह किया गया। वहीं एक दिन पूर्व जांच में भेजे जाने से बचे हुए स्वाबों को मिलाकर 1217 लोगों का स्वाब जांच के लिए धनबाद भेजा गया। ट्रूनेट किट के अभाव के कारण इस माध्यम से की जाने वाली जांच बाधित हो रही है।