कहीं भारी न पड़ जाए यह लापरवाही
डुमरी (गिरिडीह) कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए अब स्वास्थ्य सुरक्षा पखवाड़ा के तह
डुमरी (गिरिडीह): कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए अब स्वास्थ्य सुरक्षा पखवाड़ा के तहत विविध प्रकार की पाबंदियां लगाई गई है। स्वास्थ्य से जुड़े प्रतिष्ठान व खाद्य पदार्थ से जुड़े दुकानों को छोड़ लगभग अन्य सभी तरह की दुकानों के संचालन पर पूर्णत: रोक लगा दी गई है। सरकार का यह आदेश व्यावसायिक मंडी इसरी स्टेशन रोड व आसपास लागू होता नजर नहीं आता है। जिन दुकानों को बंद रखना है वे चोरी छिपे संचालित हो रही हैं। यूं कहें तो दुकान शटर बंद कर संचालित की जाती हैं। दिखावे के लिए पुलिस गश्त तो करती है लेकिन जब पुलिस की गश्ती का समय होता है तो दुकानदार अपनी दुकान के शटर को गिरा देते हैं और ग्राहकों को अंदर बिठा लेते हैं। जैसे ही पुलिस गुजर जाती है शटर आधा उठा दिया जाता है। एक सच्चाई यह भी है कि क्षेत्र के इसरी चौक पर पुलिस की प्रतिनियुक्ति इसीलिए हुई है ताकि प्रतिबंधित दुकान यथा कपड़े, चप्पल, आभूषण व बिजली आदि की दुकानों के संचालन पर शत प्रतिशत अंकुश लगाया जा सके लेकिन धरातल पर सच्चाई तो इससे अलग है। यह लापरवाही भारी पड़ सकती है।
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मुर्गा व मछली की दुकानों से अस्पताल परिसर में फैल रही गंदगी
तिसरी : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिसरी परिसर में स्थित प्रसव गृह के समीप संचालित मुर्गा व मछली की दुकानों से गंदगी फैल रही है। इससे प्रसव कराने आने वाली महिलाओं और नवजात शिशुओं में संक्रमण फैल सकता है। इनकी सुरक्षा को लेकर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. देवव्रत ने अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी को आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है, लेकिन दोनों मूकदर्शक बने हुए हैं। मछली व मुर्गा के अवशेष की दुर्गंध से प्रसव गृह आने-जाने वाले लोग परेशान हो रहे हैं। यही नहीं मुर्गा-मछली का अवशेष भी अस्पताल परिसर के अंदर व नाली में फैल रहा है। इसे देखते हुए डॉक्टर देवव्रत ने सीओ व थाना प्रभारी को कुछ माह पूर्व आवेदन देकर मुर्गा-मछली दुकानों को हटाने की मांग की थी, लेकिन अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इधर सीओ असीम बारा ने कहा कि शीघ्र ही हटाया जाएगा।