संक्रमित मरीजों की संख्या नियंत्रित करना पहली प्राथमिकता : डीसी

गिरिडीह डीसी कार्यालय के सभा कक्ष में उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में एक उच्

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 06:55 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 06:55 PM (IST)
संक्रमित मरीजों की संख्या नियंत्रित करना पहली प्राथमिकता : डीसी
संक्रमित मरीजों की संख्या नियंत्रित करना पहली प्राथमिकता : डीसी

गिरिडीह : डीसी कार्यालय के सभा कक्ष में उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना के ग्राफ पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही, स्वास्थ्य व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया गया। उपायुक्त ने बताया कि जिले में लगातार बढ़ रही संक्रमित मरीजों की संख्या को नियंत्रित करना हमारी प्रमुख प्राथमिकता है। कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए हमें स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहतर एवं सुगम बनाने पर जोर देना होगा। उन्होंने सभी बीडीओ को अपने स्तर से नियमित टैग किए हुए अस्पतालों का निरीक्षण कर अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों यथा ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स, ऑक्सीजन सिलेंडर एवं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं वेंटिलेटर की सुविधा की जानकारी लेने और इससे संबंधित प्रतिवेदन हॉस्पिटल बेड मैनेजमेंट टॉस्क फोर्स के नोडल सह वरीय पदाधिकारी एवं जिला कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। कहा कि ग्रामीण स्तर पर लक्षण वाले संक्रमित मरीजों को चिह्नित करते हुए उन्हें एंबुलेंस के जरिए नजदीकी सीएचसी, कोविड केयर सेंटर में एडमिट करेंगे। जहां उनका ऑक्सीजन का चेकअप किया जाएगा। जरूरत के अनुसार उन्हें ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स की सुविधा मुहैया कराएंगे।

आक्सीजन की न हो कालाबाजारी :

उपायुक्त ने कहा कि अभी संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स की सुविधा मुहैया कराना हमारी प्रमुख प्राथमिकता है। कोविड-19 जैसी विकट परिस्थिति में कोई भी सप्लायर ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी न करें, यह सुनिश्चित करें। इसकी कालाबाजारी करते पकड़े जानेवाले सप्लायर के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। सरकार द्वारा निर्धारित दर पर ही संक्रमित मरीजों को बेड की सुविधा मुहैया कराई जाए, यह सुनिश्चित करें। समय-समय पर ऑक्सीजन सिलेंडर की रिफिलिग भी करा लें। यह भी सुनिश्चित करें कि कोई भी ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स खाली न हो। ऑक्सीजन की कमी से किसी भी संक्रमित व्यक्ति की मौत न हो यह सुनिश्चित करें।

बैठक के दौरान बताया गया कि वर्तमान में जिले में कुल 66 कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इस पर उपायुक्त ने सभी होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों को अपने-अपने घरों में ही रहने, अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलने तथा होम आइसोलेशन में रहने के दौरान अपने परिवार के सदस्यों के संपर्क में न आने की सलाह दी। होम आइसोलेशन में निवासरत कोविड पॉजिटिव मरीजों की जिला कोविड नियंत्रण केंद्र के माध्यम से निगरानी रखने का निर्देश दिया। होम आइसोलेशन में रहनेवाले कोरोना संक्रमित मरीजों को झारखंड सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश के आलोक में सभी प्रकार की आवश्यक दवाइयां मेडिकल किट के रूप में उनके घरों में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

उपायुक्त ने जिले में हो रहे टीकाकरण कार्य एवं टेस्टिग की जानकारी ली। सभी संबंधित अधिकारियों को कोविड-19 वैक्सीनेशन में बेहतर प्रदर्शन करने तथा टेस्टिग की गति को और बेहतर करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने सिविल सर्जन एवं सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि वैक्सीनेशन के साथ-साथ कोविड-19 टेस्टिग को बढ़ाएं। कहा कि टेस्टिग में उपयोग किए जाने वाले किट्स का शत-प्रतिशत उपयोग हो, यह सुनिश्चित करें। साथ ही प्रत्येक दिन प्रत्येक प्रखंड में 100-100 आरटीपीसीआर जांच करना सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने सभी बीडीओ को सहिया, सेविका, सहायिका तथा जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेते हुए इन कार्यो का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कोविड-19 टीकाकरण के कार्य में तेजी लाने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को कोरोना जांच की संख्या में तेजी लाने और जांच रिपोर्ट को भी अपडेट रखने का निर्देश दिया।

उपायुक्त ने कहा कि डेड बॉडी मैनेजमेंट को बेहतर समन्वय के साथ करें। शमशान एवं कब्रिस्तान के संचालकों से समन्वय स्थापित करते हुए सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लें, ताकि किसी को कोई असुविधा न हो।

जुलूस, मेला पर रहेगा प्रतिबंध :

उपायुक्त ने रामनवमी पर्व पर विभिन्न अखाड़ा द्वारा निकाले जानेवाले जुलूस, शोभायात्रा पर रोक लगाने का निर्देश दिया। कहा कि 30 अप्रैल तक पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू की गई है। संवेदनशील स्थानों पर नजर रखें। पूजा-पंडालों के आसपास भीड़ एकत्रित न हो यह सुनिश्चित करें।

योजनाओं को जल्द पूर्ण करने का निर्देश : उपायुक्त ने प्रखंडवार मनरेगा, पीएम आवास व अन्य योजनाओं की समीक्षा की। संबंधित अधिकारियों को योजनाओं को जल्द से जल्द पूर्ण करने तथा लाभुकों को लाभान्वित करने का निर्देश दिया। उन्होंने मनरेगा के तहत संचालित सभी योजनाओं में कार्यान्वित लाभुकों का पंजीकरण, मैपिग करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कनवरजेंस के तहत संचालित दीदी बाड़ी योजना की भी समीक्षा की और लक्ष्य के अनुरूप दीदी बाड़ी केंद्र को आनगोइंग करने को कहा।

बैठक में उप विकास आयुक्त शशि भूषण मेहरा, अपर समाहर्ता विलसन भेंगरा, सिविल सर्जन डॉ. सिद्धार्थ सन्याल, डीआरडीए निदेशक आलोक कुमार, आदि उपस्थित थे।

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