बदडीहा में 1980 से ही की जा रही है चैती दुर्गापूजा
झारखंडधाम (गिरिडीह) जमुआ प्रखंड के बदडीहा में वासंतिक नवरात्र के साथ चैती दुर्गापूजा प्र
झारखंडधाम (गिरिडीह) : जमुआ प्रखंड के बदडीहा में वासंतिक नवरात्र के साथ चैती दुर्गापूजा प्रारंभ हो जाती है। यहां के दुर्गामंदिर में वर्ष 1980 से ही पूजा की जा रही है। यहां के ग्रामीणों ने आस्था एवं विश्वास के साथ पूजा की शुरुआत की थी। नवरात्र के साथ नवमी तिथि तक श्रद्धा के साथ योग्य ब्राह्माण विधिवत भगवती का चंडी पाठ करते हैं। फिर निर्माणाधीन दुर्गा प्रतिमा के समक्ष महिलाएं माता को प्रसन्न रखने के लिए भक्ति गीत गाती हैं। इसबार सादे समारोह के साथ पूजा संपन्न कराने का निर्णय लिया गया है। यहां सरकार की गाइडलाइन के अनुसार पूजा कराई जाएगी।
मनोकामना पूर्ण होने पर भक्त चढ़ाते हैं डाक : मनोकामना पूर्ण होने वाले व्यक्ति परंपरागत डाक चढ़ाते हैं। मां के आवरण श्रृंगार में डाक के सामान का इस्तेमाल होता है। इस साल बदडीहा के सोमर महतो एवं मेरखोगुंडी के दिलीप महतो डाक चढ़ाएंगे। इधर, वर्ष 2038 तक यहां के मंदिर की डाक की बुकिग हो चुकी है।
मेले और जुलूस पर रहेगी पाबंदी : पहले इस अवसर पर भव्य मेला एवं शोभा जुलूस निकाला जाता था, लेकिन इस बार मेला एवं जुलूस पर पूरी पाबंदी रहेगी। श्रद्धालु शारीरिक दूरी का पालन करके ही भगवती का दर्शन करेंगे।
-ग्रामीण युवा समिति करती है पूजा की देखरेख : ग्राम बदडीहा, बाबूडीह, नारायण सिंह डीह, तुलसीडीह, सिकदारडीह एवं सलैया की ग्रामीण युवा समिति की ओर से पूजा की देखरेख की जाती है। पूजा को संपन्न कराने में जगदीश महतो, शंकर महतो, गोविद वर्मा, हरिहर वर्मा, निरंजन कुमार, कैलाश वर्मा, बैजनाथ महतो, विजय नारायण देव, परमेश्वर वर्मा, लखन महतो, मनोहर वर्मा, छतर साव आदि लगे हैं।