CAA-NRC के खिलाफ बगोदर में मार्च, विधायक बोलें- कानून के विरोध में दिल्ली व यूपी के लोग लाठियां खा रहे

सीएए एवं एनआरसी के खिलाफ बगोदर में विरोध मार्च निकला गया। इस दौरान पुलिस के घेरे में काफी संख्या मे लोगों ने जीटी रोड पर करीब आठ किमी तक मार्च किया।

By Edited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 05:11 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 06:06 PM (IST)
CAA-NRC के खिलाफ बगोदर में मार्च, विधायक बोलें- कानून के विरोध में दिल्ली व यूपी के लोग लाठियां खा रहे
CAA-NRC के खिलाफ बगोदर में मार्च, विधायक बोलें- कानून के विरोध में दिल्ली व यूपी के लोग लाठियां खा रहे

गिरिडीह, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) एवं राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NCR) के खिलाफ मंगलवार को बगोदर में विरोध मार्च निकला गया। पुलिस के घेरे में काफी संख्या में लोगों ने जीटी रोड पर करीब आठ किमी तक मार्च किया। मार्च में शामिल लोग संविधान बचाओ, देश बचाओ, सीएए, एनआरसी और एनपीआर रद करो जैसे नारे लगा रहे थे। विरोध मार्च के बाद बगोदर के तिरला मोड़ किनारे स्थित मैदान में जनसभा का आयोजन किया गया।

सभा में बगोदर के विधायक विनोद सिंह ने कहा कि कानून के विरोध में लोग दिल्ली व उत्तर प्रदेश में लाठियां खा रहे हैं और भाजपा की सरकार विरोध करने वालों पर ही मुकदमा कर उनको डरा रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सिर्फ लोगों को बांटने का काम कर रही है। इससे लोगों में भय का महौल बन रहा है। भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य कविता कृष्णनन ने कहा कि लोग रोजगार की तलाश में आते हैं। उसे घुसपैठी कहा जाए, यह कहीं से ठीक नहीं है। 

अमन फाउंडेशन बगोदर विधानसभा क्षेत्र के बैनर तले यह विरोध मार्च एवं सभा की गई। दोपहर करीब 12 बजे बगोदर बस स्टैंड से विरोध मार्च निकला। मार्च में माले एवं झामुमो विधायकों के शामिल होने की बात कही गई थी, लेकिन कोई भी विधायक मार्च में नहीं पहुंचा। बगोदर बस स्टैंड से निकला विरोध मार्च दोपहर करीब डेढ़ बजे तिरला मोड़ स्थित मैदान पहुंचा। माले विधायक विनोद सिंह बाद में सभा में पहुंचे। 

वहीं, मार्च व सभा को लेकर पुलिस पहले से ही अलर्ट थी। गौरतलब है कि गिरिडीह में 12 जनवरी को सीएए के समर्थन में निकली गई तिरंगा यात्रा पर कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया था। इस घटना के बाद शहर में तनाव व्याप्त हो गई थी, जिसको देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क दिखा। मार्च के आगे-पीछे पुलिस के जवान शुरू से लेकर अंत तक डटे रहे। 

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