एक साथ उठी चार युवकों की अर्थी, गांव में मातम

पीरटांड़ (गिरिडीह) मंगलवार को बदडीहा में हुए सड़क हादसे में कसियाडीह के चार युवकों

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 07:05 PM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 07:05 PM (IST)
एक साथ उठी चार युवकों की अर्थी, गांव में मातम
एक साथ उठी चार युवकों की अर्थी, गांव में मातम

पीरटांड़ (गिरिडीह) : मंगलवार को बदडीहा में हुए सड़क हादसे में कसियाडीह के चार युवकों की एक साथ हुई मौत ने लोगों को झकझोर दिया। बुधवार को गांव से चार युवकों की अर्थी एक ही दिन उठी। इससे कसियाडीह का माहौल ऐसा हो गया था कि हर आम व खास की आंखों में आंसू थम नहीं रहे थे। मंगलवार रात में पोस्टमार्टम के बाद चारों युवकों का शव गांव लाया गया। शवों को देख पूरा गांव क्रंदन से दहल उठा। चारो शवों को अलग-अलग घर के प्रांगण में रखा गया। वहीं अलाव जलाकर गांव वालों ने रात गुजारी। मृतक नारायण सोरेन की मां तो बार-बार बेहोश हो जा रही थी।

बुधवार दोपहर अलग-अलग जगहों पर चारों का अंतिम संस्कार किया गया। मृतक तुलसी सोरेन व नारायण सोरेन का घर तो एक ही मोहल्ले में है, लेकिन सूरज मरांडी व चरकु हांसदा का घर दूसरे मोहल्ले में है। चारों के घरों में बुधवार सुबह काफी संख्या में लोग जमा हो चुके थे। सभी इस घटना से हतप्रभ थे। ग्रामीण फागु मरांडी व झामुमो नेता महावीर मुर्मू ने बताया कि यह दूसरा सड़क हादसा है, जिसमें पीरटांड़ के अधिक लोगों की जान गई। बीते साल ही जोरापहाड़ी के पास हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई थी।

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मेहंदी छुटी नहीं, उजड़ गया सुहाग

संस, पीरटांड़ : किसी-किसी की किस्मत भी अजीब होती है। कोई शादी के बाद तरह-तरह के सपने संयोए रहता है। ऐसे ही सपने नारायण सोरेन व उसकी पत्नी ने भी संयोए होंगे, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। उसके सारे सपनों पर किस्मत ने पानी फेर दिया। नारायण सोरेन की पत्नी हिरामुनी के सारे सपने चकनाचूर हो गए। अभी उसके हाथ की मेहंदी छुटी भी नहीं थी कि हिरामुनी का सुहाग उजड़ गया। 29 मई को ही उसकी शादी हुई थी। शादी चिलगा गांव में हुई थी। अभी हिरामुनी अपने मायके में थी। कुछ कारणों से वह अपनी ससुराल कसियाडीह 12 बजे तक नहीं पहुंच पाई थी। नारायण की मां बार-बार इस घटना को याद कर छाती पीट-पीट कर रो रही थी। सभी लोग नारायण की पत्नी के बारे में यही चर्चा कर रहे थे कि हाल में शादी हुई और इस तरह की घटना हो गई। अब उसकी पत्नी का क्या होगा। नारायण घर का बड़ा बेटा था, जो इधर-उधर कमाई भी करता था, जिससे घर चलता था। अब वह भी खत्म हो गया।

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मृतकों के स्वजनों को चावल उपलब्ध कराया

संस, पीरटांड़ : कसियाडीह की घटना के बाद बुधवार को स्वजनों को सांत्वना देने झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के प्रतिनिधि महावीर मुर्मू, मुखिया पति बाबूराम सोरेन व पंचायत समिति सदस्य के पति फागू मरांडी भी पहुंचे और मुआवजे को ले अधिकारियों से बात की। मुखिया पति ने चारों युवकों के स्वजनों को दस दस किलो चावल उपलब्ध कराया। वहीं पीडीएस दुकानदारों से भी चावल उपलब्ध कराने की बात बताई। बाबूराम ने बताया कि अब आगे की जो भी प्रक्रिया है वह की जाएगी।

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