सर्पदंश से मृत पुत्र को नदी में बहाया, जिंदा होने का फोन कर ठगी का प्रयास

संवाद सूत्र भवनाथपुर (गढ़वा) अंधविश्वास की प्रकाष्ठा गुरुवार को भवनाथपुर थाना में देखने को मि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 07:01 PM (IST) Updated:Fri, 02 Oct 2020 05:07 AM (IST)
सर्पदंश से मृत पुत्र को नदी में बहाया, जिंदा होने का फोन कर ठगी का प्रयास
सर्पदंश से मृत पुत्र को नदी में बहाया, जिंदा होने का फोन कर ठगी का प्रयास

संवाद सूत्र, भवनाथपुर (गढ़वा): अंधविश्वास की प्रकाष्ठा गुरुवार को भवनाथपुर थाना में देखने को मिली। डेढ़ माह पूर्व सर्पदंश से मरे पुत्र के शव परिजनों के कहने पर नदी में बहा दिया कि वह फिर से जीवित हो उठेगा। लगभग डेढ़ माह बाद बनारस के सईदपुर से किसी ने फोन कर बालक के जिदा होने की बात कह 20 हजार रुपये की मांग की। इसके बाद मृत बच्चे की मां गुरुवार को भवनाथपुर थाना पहुंची और बच्चे को खोजने की गुहार लगाई।

बताया गया कि डेढ़ माह पूर्व खरौंधी थाना के राजी गांव के लोहबंधा निवासी स्व लालू उरांव का इकलौता 12 वर्षीय पुत्र संतू उरांव को सांप ने काट लिया। उसका समुचित इलाज कराने के बजाय स्वजनों ने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले अन्तर्गत कोन में झाड़ फूंक में समय गंवा दिया। जिससे बच्चे की मौत हो गई। मौत के पश्चात बच्चे के दादा रामसती उरांव ने अपने रिश्तेदारों व अन्य लोगों के कहने पर पुरानी सोच के तहत बच्चे के शव को केला के थंब से बांध सोन नदी के गाय घाट में बहा दिया। उन्होंने शव के साथ एक प्लास्टिक में तीन मोबाइल नंबर लिखकर रस्सी में फंसा दिया था। लोगों ने बताया था कि शव को पानी में बहाने के बाद कोई झाड़ फूंक करने वाले व्यक्ति के हाथ में यह शव मिल जाएगा तो बच्चा जिदा हो जाएगा और उसके साथ दिए गए मोबाइल नंबर पर सूचना भी मिल जाएगी। पहले कई ऐसी घटना उक्त लोगों ने सुनी थी। हुआ भी यही शव को पानी में बहाने के 15 दिन के बाद उत्तर प्रदेश के सईदपुर से मोबाइल नंबर 9889355816 से दिए गए मोबाइल नंबर 8881302872 पर एक फोटो व वीडियो के माध्यम से बच्चे को जिदा होने की खबर उसके स्वजन को दी गई। साथ ही बच्चे की जान बचाने के एवज में 20 हजार रुपये की भी मांग की गई। परंतु दुबारा उक्त नंबर पर संपर्क पर मोबाइल लगातार बंद आ रहा है। उक्त सूचना के बाद संतू के स्वजन किसी प्रकार दिए गए पता पर बनारस के पास सईदपुर पहुंचकर वहां के थाने से संपर्क स्थापित किए। परंतु पुलिस ने बच्चे की जिदा होने की झूठी खबर देने का बात कह कर सभी को वापस कर दिया। जिसके बाद से स्व लालू उरांव की पत्नी मानती कुंवर अपने वृद्ध ससुर राम सती उरांव के साथ सभी नजदीकी थाने में घूम घूम कर अपने बच्चे की खोजने की गुहार लगा रही है। मानती ने बताया कि पति के मरने के बाद संतू मेरा एकलौता जीने का सहारा था जो पता नही जिदा है या किस हाल में है।

chat bot
आपका साथी