बीपीओ ने अपने ही पुत्र पुत्रियों के नाम पर स्वीकृत करा लीं सात मनरेगा की योजनाएं

राधेरमण चौबे श्री बंशीधर नगर(गढ़वा) श्री बंशीधर नगर प्रखंड में मनरेगा योजना में लूट जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 06:18 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:18 PM (IST)
बीपीओ ने अपने ही पुत्र पुत्रियों के नाम पर स्वीकृत करा लीं सात मनरेगा की योजनाएं
बीपीओ ने अपने ही पुत्र पुत्रियों के नाम पर स्वीकृत करा लीं सात मनरेगा की योजनाएं

राधेरमण चौबे, श्री बंशीधर नगर(गढ़वा) : श्री बंशीधर नगर प्रखंड में मनरेगा योजना में लूट की खुली छूट मची है। यहां किसी लाभुक को एक योजना का लाभ लेने के लिए जहां महीनों प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाने एवं पदाधिकारियों को सलामी देनी पड़ती है। इसके बाद भी जरूरतमंदों को योजना का लाभ नहीं मिल पाता है। वहीं श्री बंशीधर नगर के प्रभारी बीपीओ जयराम राम सारे नियमों को ताक पर रखकर अपने परिवार के सदस्यों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने से गुरेज नहीं कर रहे। बीपीओ द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए व्यक्तिगत लाभ के लिए अपने पुत्र पुत्रियों को एक नहीं बल्कि सात विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया गया है। बीपीओ ने 3.95 लाख रुपये की इन योजनाओं का लाभ उठाया है। प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि की फर्जी निकासी के मामले में उपायुक्त राजेश कुमार पाठक द्वारा की गई कार्रवाई के बाद बीपीओ के कारनामों की खूब चर्चा हो रही है। साथ ही उनके किए गलत कार्यों का भी खुलासा हो रहा है।

जानकारी के मुताबिक श्री बंशीधर नगर के प्रभारी बीपीओ जयराम राम ने मनरेगा योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2017-18 एवं 2020-21 में अपने पुत्र अरुण कुमार, प्रदीप कुमार एवं पुत्री कुमारी शशि विनीता के नाम से सात योजनाओं का लाभ लिया है। प्रदीप कुमार के नाम से वित्तीय वर्ष 2017-18 में गाय शेड, 2020-21 में अरुण कुमार के नाम से दो गाय शेड एवं फील्ड बंड मेड़बंदी एवं पुत्री कुमारी शशि विनीता के नाम से फील्ड बंद मेड़बंदी एवं ट्रेंच कम बंड का लाभ लिया है। इसी तरह बीपीओ द्वारा नियमों को ताक पर रखकर चितविश्राम पंचायत के बरडीहा में भी मनरेगा योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में एक ही परिवार के सात लोगों को भी विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया गया है। बरडीहा गांव के रईस अंसारी उनकी पत्नी रवीना बीबी एवं मां मैमून बेबी को कूप निर्माण, गाय शेड, दीदी बाड़ी, ट्रेंच कम बंड, बकरी शेड, फील्ड बंड का लाभ दिया गया है।

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क्या है नियम :

मनरेगा योजना में ग्राम सभा सर्वोपरि है, लेकिन मनरेगा कर्मी एवं अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए ग्राम सभा की कागजी प्रक्रिया अपने मनमाफिक कर लेते है। वहीं किसी भी हाल में एक व्यक्ति को केवल एक ही योजना का लाभ दिया जा सकता है। वैसे भी शादीशुदा व्यक्ति को लाभ देना हैं, लेकिन बीपीओ द्वारा अपने अविवाहित पुत्र पुत्रियों के नाम पर योजनाओं का लाभ दिया गया है। मनरेगा कानून का पूरी तरह से उल्लंघन है।

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पक्ष :

इस मामले की हमें जानकारी नहीं है यदि इस प्रकार का मामला है तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

अमित कुमार, बीडीओ,

श्री बंशीधर नगर

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