ऐसी हो मां तो क्या बिगाड़ लेगा कोरोना

रजनीश कुमार मंगलम श्री बंशीधर नगर (गढ़वा) मां प्यार और ममता की प्रतीक है। वह अपने बच्चो

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:31 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:31 PM (IST)
ऐसी हो मां तो क्या बिगाड़ लेगा कोरोना
ऐसी हो मां तो क्या बिगाड़ लेगा कोरोना

रजनीश कुमार मंगलम, श्री बंशीधर नगर (गढ़वा) : मां प्यार और ममता की प्रतीक है। वह अपने बच्चों के लिए त्याग करती है और हर वह समझौते करती है जिससे बच्चों के चेहरे पर मुस्कान बनी रहे। सगमा गांव निवासी मनोज दुबे की पत्नी रेखा दुबे के ससुर विजय दुबे, पति मनोज दुबे व 16 वर्षीया पुत्री साक्षी दुबे कोविड-19 पाजिटिव हैं। एक मई को तीनों को ट्रामा सेंटर स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया। प्रथम दिन पुत्री साक्षी दुबे को घबराहट व सांस लेने में परेशानी होने पर आक्सीजन लगाई गई। रेखा 24 घंटे कोविड केयर सेंटर के वार्ड में रहकर पुत्री, पति व ससुर की सेवा करने में लगी हुई हैं। मां की ममता के आगे कोरोना का कहर थम गया है। साक्षी के स्वास्थ्य में काफी तेजी से सुधार हुआ है। हालांकि अभी भी साक्षी, उसके पिता व बाबा तीनों कोविड केयर सेंटर में भर्ती हैं। तीनों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। इसे मां की ममता ही कहा जाएगा कि कोविड साक्षी को सिर्फ छूकर भाग निकला। ट्रामा सेंटर में ही रेखा दुबे पुत्री, पति, ससुर व स्वयं के लिए भोजन बनाती हैं। सभी को समय से खाना खिलाती हैं। समय से दवा देती हैं। सेंटर में प्रतिनियुक्त चिकित्सक व चिकित्साकर्मी भी रेखा दुबे की कर्मठता का लोहा मानते हैं। महामारी के इस दौर में रेखा कभी विचलित नहीं हुईं और लगातार 24 घंटे सेवा कार्य में लगी हैं।

रेखा दुबे ने कहा कि पुत्री को कोविड पाजिटिव होने की जानकारी मिली तो मन में एक डर सा पैदा हुआ। पर उस डर को मन के अंदर से निकालकर पुत्री की सेवा में लग गई। इसका नतीजा है कि पुत्री साक्षी के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। अब चिता की कोई बात नहीं है। पति और ससुर के स्वास्थ्य में भी काफी सुधार हुआ है।

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