संत और महापुरुष किसी जाति के नहीं होते हैं

डंडई में धूमधाम से मनाई गई संत रैदास की जयंती निकली शोभायात्रा उनके बताए मार्ग पर चलने क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 10:02 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 10:02 PM (IST)
संत और महापुरुष किसी जाति के नहीं होते हैं
संत और महापुरुष किसी जाति के नहीं होते हैं

डंडई में धूमधाम से मनाई गई संत रैदास की जयंती, निकली शोभायात्रा, उनके बताए मार्ग पर चलने का आह्वान

संवाद सूत्र,डंडई (गढ़वा): संत गुरु रैदास मंदिर परिसर में रैदास विकास मंच के तत्वाधान में शनिवार को संत शिरोमणि रैदास जी की 644 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। समारोह को लेकर सुबह 10 बजे भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा अंबेडकर चौक से डंडई मुख्य बाजार होते पुरानी बाजार से देवी धाम पहुंची। इसके बाद शोभायात्रा संत गुरु रैदास मंदिर पहुंच सभा में तब्दील हो गई। तत्पश्चात मंदिर के पुजारी जयराम दास ने रैदास की प्रतिमा पर पूजा-अर्चना की। मौके पर भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष लक्ष्मण राम ने संत गुरु रविदास की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संत व महापुरुष किसी जाति व धर्म विशेष के नहीं होते हैं। ऐसे लोग सबके लिए आदरणीय हैं, इसलिए उनके बताए मार्ग पर चलकर समाज में बदलाव लाएं। । भाजपा मंडल प्रभारी पंकज विश्वकर्मा ने कहा कि संत गुरु रैदास का जन्म वैसे समय में हुआ था। जिस समय समाज में जाति- प्रथा व ऊंच-नीच की प्रथा चरम पर थी। उनके बताए रास्ते पर चल कर ही सामाजिक परिवर्तन लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज भी समाज में नशाखोरी, अशिक्षा व्याप्त है इसे हर- हाल में दूर करना होगा तभी स्वच्छ समाज की कल्पना की जा सकती है। कार्यक्रम को मिथिलेश प्रसाद, संदीप कश्यप, घूर बिगन बैठा, रामदेव राम, महेश राम, अक्षय कुमार, मूगां लाल भारती, महावीर राम, दिलवर कुमार ने संबोधित किया। इस मौके पर विधायक प्रतिनिधि दिनेश राम श्याम लाल गुप्ता कमलेश यादव सकलदीप राम विनोद राम नरेश राम बंगाली राम, रामसागर राम, विकास कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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