रात एक बजे फेसबुक पोस्ट लिखने के बाद युवक ने लगाई फांसी

संवाद सहयोगी गढ़वा सदर अस्पताल परिसर स्थित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के सामान्य वार्ड में

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 08:02 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 08:02 PM (IST)
रात एक बजे फेसबुक पोस्ट लिखने के बाद युवक ने लगाई फांसी
रात एक बजे फेसबुक पोस्ट लिखने के बाद युवक ने लगाई फांसी

संवाद सहयोगी, गढ़वा : सदर अस्पताल परिसर स्थित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के सामान्य वार्ड में इलाजरत नीरज कुमार उपाध्याय 36 वर्ष का शव सोमवार की अहले सुबह बरामदे में लगे दरवाजे के ग्रिल में गमछा के सहारे लटकता पाया गया। वह मझिआंव थाना क्षेत्र के करकट्टा गांव निवासी सुरेंद्र उपाध्याय का पुत्र था। कोरोना संक्रमित होने पर 14 अप्रैल 2021 को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में भर्ती हुआ था। युवक ने अस्पताल में अव्यवस्था का आरोप लगाते हुए बेचैन रहने से मौत को बेहतर बताया है। लेकिन जिस स्थिति में उसका शव बरामद हुआ है, उससे उसकी मौत संदेहास्पद प्रतीत हो रही है। गढ़वा थाना पुलिस ने मृतक के स्वजनों की उपस्थिति में शव को फंदे से निकालकर कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम कराकर कोविड 19 के नियमों का अनुपालन करते हुए मृतक के स्वजनों को सौंप दिया।

मृत्यु से पूर्व नीरज कुमार उपाध्याय उर्फ पिटू ने अपने फेसबुक वाल पर स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

वह पिटो उपाध्याय के नाम से फेसबुक चलाता था। सदर अस्पताल में फांसी लगाने वाले पिटो उपाध्याय ने सोमवार रात करीब एक बजे फेसबुक पोस्ट में लिखा.. कि आठ घंटे से छछनने (तरसते रहने) से अच्छा है फांसी। हम कायर नहीं थे। मगर घंटों से छछन रहे थे, अलविदा दोस्तों। इस मार्मिक पोस्ट के बाद युवक के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की चर्चा चारों ओर हो रही है। लेकिन दरवाजे के ग्रिल में बंधे गमछे का दूसरा छोर उसके गले में ढीला बंधा हुआ है। उसके दोनों घुटने मुड़े हुए हैं और फर्श से भी सटे हैं। शव की स्थिति को देख मामला संदेहास्पद प्रतित हो रहा है। दूसरे पोस्ट में उसने राज्य सरकार के एक मंत्री को बाहरी बताते हुए चुनाव में उनका साथ नहीं देने की अपील लोगों से की है।

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युवक ने रात नौ बजे अपने जीजा को किया था फोन

नीरज ने रविवार की रात करीब नौ बजे अपने जीजा कामाख्या नारायण पाठक को फोन कर लगातार उल्टी होने व किसी अस्पतालकर्मी के नहीं आने की शिकायत की थी। कामाख्या पाठक ने बताया कि मोबाइल फोन पर उसके उल्टी करने की आवाज मिल रही थी। उन्होंने बताया कि अस्पताल की अव्यवस्था को लेकर भी नीरज द्वारा लगातार शिकायत की जा रही थी। तब उन्होंने सोमवार को नीरज को होम आइसोलेशन में लाने का आश्वासन दिया था। लेकिन सोमवार की सुबह उसकी मौत की खबर मिली।

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मृतक के जीजा ने प्राथमिकी के लिए दिया आवेदन

कोविड अस्पताल में इलाजरत मरीज नीरज कुमार उपाध्याय के जीजा सह पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के चौखंडी गांव निवासी कामख्या नारायण पाठक ने गढ़वा थाना में आवेदन देकर घटना की जांच कराने की मांग की है। आवेदन में मृतक के बरामद शव की स्थिति को देख मामला संदेहास्पद होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरा का वीडियो फुटेज खंगालने से मामले का खुलासा हो सकता है।

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