टिड्डियों के संभावित खतरे से निपटने को नियंत्रण दल का गठन

टिड्डी दल के संभावित खतरों से बचाव के मद्देनजर मेराल प्रखंड परिसर स्थित सभागार में वीडियो मनोज कुमार तिवारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 07:01 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 06:24 AM (IST)
टिड्डियों के संभावित खतरे से निपटने को नियंत्रण दल का गठन
टिड्डियों के संभावित खतरे से निपटने को नियंत्रण दल का गठन

संवाद सूत्र, मेराल: टिड्डी दल के संभावित खतरों से बचाव के मद्देनजर प्रखंड परिसर स्थित सभागार में बीडीओ मनोज कुमार तिवारी की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें टिड्डी नियंत्रण दल का गठन  भी किया गया। गौरतलब हो कि लाखों की संख्या में टिड्डियों का झुंड मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश की ओर से झारखंड की ओर बढ़ रहा है। उनके संभावित खतरों से निपटने के लिए सरकारी स्तर  से जागरूकता अभियान सहित कई तरह तैयारियां की गई है। मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि विनाशक कीड़ों से बचाव के लिए किसानों को भी जागरूक करने की जरूरत है। बैठक में निर्णय लिया गया कि टिड्डी दल को भगाने के लिए किसान ध्वनि विस्तारक का प्रयोग करें। ताली और थाली बजाएं, सामान्य तरीके के पटाखे फोड़े या जरूरत के अनुसार कीटनाशक का प्रयोग करें, ऐसा करने से  टिड्डियों के प्रहार से बचा जा सकता है। बीटीएम अजय साहू ने बताया  कि टिड्डी दल प्राय: शाम के वक्त हरे पौधे तथा शाक सब्जियों पर आक्रमण करते हैं तथा रात भर में देखते ही देखते उसे चट कर जाते हैं। इस संभावित खतरे से निपटने के लिए प्रखंड स्तरीय नियंत्रण दल का गठन किया गया। जिसका अध्यक्ष प्रखंड विकास पदाधिकारी को बनाया गया है। इसके अतिरिक्त प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, जनसेवक तथा सभी पंचायत मित्र शामिल किया गया है। बैठक में कृषि मित्र राजकुमार साह, वीरेंद्र महतो, परशुराम कुशवाहा, चंदेश्वर राम, हरिनारायण विश्वकर्मा, अजय कुमार मेहता, धर्मेंद्र मेहता, श्रवण ठाकुर, सच्चिदानंद चौधरी, जनसेवक प्रशांत कुमार मिश्रा, रमेश सिंह समेत कई लोग ाशामिल थे।

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