रघुवर दास तेरी हिटलर शाही नहीं चलेगी : माले
- पारा शिक्षक पर जानलेवा हमला के विरोध में माले ने निकाला प्रतिवाद मार्च फोटो-
गढ़वा : पारा शिक्षकों पर रांची में लाठी चार्ज फर्जी गिरफ्तारी के विरोध में भाकपा माले की ओर से मंगलवार को प्रतिवाद मार्च निकाला गया। प्रतिवाद मार्च के बाद रंका मोड़ पर माले नेताओं ने एक सभा की। सभा को संबोधित करते हुए माले नेताओं ने कहा कि झारखंड के पारा शिक्षकों को छत्तीससगढ़ व बिहार की तर्ज पर सरकार स्थाई करने का काम करें। पारा शिक्षकों को सम्मान काम का सम्मान वेतन लागू करें। लोकतांत्रिक आंदोलन पर दमन करना बंद करो। नेताओं ने कहा कि भाजपा के सांसद व विधायक पारा शिक्षकों पर जानलेवा हमला व लाठीचार्ज पर घड़ियालू आंसू बहना बंद करें। झारखंड राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में बुनियादी शिक्षा संचालित करने में पारा शिक्षक का अहम भूमिका है। राज्य स्थापना दिवस के दिन पारा शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे थे। लेकिन रघुवर सरकार पारा शिक्षकों की मांग पर सहानुभूति नहीं जताया बल्कि पारा शिक्षकों पर लाठी बरसाने का काम किया। लाठीचार्ज की घटना में राज्य के 280 पारा शिक्षक घायल हो गये हैं। जबकि पारा शिक्षकों को सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के विरोध में जेल में डाल दिया गया। नेताओं ने कहा कि किसी भी संगठन के लोग अपने हक व अधिकार मांगने का काम कर रहे है तो सरकार उनके ऊपर लाठी व गोली बरसाना शुरू कर दे रही है। लोकतंत्र में सभी लोग अपनी बात रख सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्ष किशोर कुमार ने की। मौके पर भाकपा माले जिला सचिव कालीचरण मेहता, वीरेन्द्र चौधरी, सुषमा मेहता, सूर्यदेव चौधरी, कामेश्वर विश्वकर्मा, वकील अहमद, सोबरन मेहता, अनिता तिवारी, प्रेम विश्वकर्मा, लक्ष्मण ¨सह, हीरा चौधरी, रूस्तम अंसारी, महेश चौधरी, लगन ¨सह आदि लोग उपस्थित थे।