महान आध्यात्मिक समाज सुधारक थे संत रैदास

संवाद सूत्र रंका (गढ़वा) प्रखंड के कंचनपुर रंका छात्रावास चौक के पास शनिवार को अंबेडक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 10:03 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 10:03 PM (IST)
महान आध्यात्मिक समाज सुधारक थे संत रैदास
महान आध्यात्मिक समाज सुधारक थे संत रैदास

संवाद सूत्र, रंका (गढ़वा): प्रखंड के कंचनपुर रंका छात्रावास चौक के पास शनिवार को अंबेडकर युवा क्लब के तत्वाधान में संत शिरोमणि गुरु रैदास जी की 644 वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि झामुमो गढ़वा जिला अध्यक्ष तनवीर आलम खान एवं बसपा गढ़वा जिला अध्यक्ष संजय कुमार गौतम ने संयुक्त रूप से रैदास जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया। तनवीर आलम खान ने कहा कि संत रैदास ने समाज राष्ट्र और संस्कृति के विकास में जिसे भी नुकसानदायक पाया उसका विरोध किया।उन्होंने धार्मिक संकिर्णताओं , सामाजिक रूढि़यों, भेदभाव का विरोध किया। उन्होंने धार्मिक स्थलों के बजाय व्यक्ति के बेहतर कर्मों को महत्वपूर्ण माना है और हृदय की पवित्रता को जरूरी बताया। संजय कुमार गौतम ने कहा की संत रैदास एक महान आध्यात्मिक समाज सुधारक थे। उन्होंने किसी एक जाति धर्म के लिए नहीं बल्कि पूरे विश्व मानव समाज के लिए संदेश दिया है। जिला परिषद सदस्य सह भाजपा नेता मुरारी यादव ने कहा की रैदास तपोबल से सिद्धियां प्राप्त की ,चमत्कार किए लेकिन उन्होंने कभी अहंकार नहीं किया। भाकपा माले नेता अख्तर अंसारी ने कहा कि रैदास ने घृणा का प्रतिकार घृणा से नहीं बल्कि प्रेम से किया। हिसा का अहिसा से और सछ्वावना से प्रतिकार किया। शिक्षक धीरज कुमार सिंह ने कहा सतगुरु रैदास ने अपनी बातें निर्भीकता से कहीं समाज को एक नई राह दिखाई और कुरीतियों को दूर करने का काम किया। मौके पर झामुमो नेता अहमद अली, दक्षिणी जिला परिषद सदस्य उमा देवी, शिक्षक बिगन मांझी, सतीश पांडेय ने भी विचार रखे।

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