अवैध तरीके से संचालित क्लीनिक सील, संचालक गिरफ्तार

अवैध तरीके से संचालित क्लीनिक सील संचालक गिरफ्तार संवाद सूत्र श्री बंशीधर नगर सरकार के कड़े निर्देश व प्रशासन की चौकसी के बावजूद अवैध रूप से अस्पताल संचालित किया जा रहा है। इन अस्पतालों में पैसा कमाने के लिए मरीजों के जान से खिलवाड़ किया जाता है। ऐसा ही एक मामला शनिवार की रात श्रीबंशीधर नगर के चेचरिया में देखने और सुनने को मिला।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 04:22 PM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 06:42 PM (IST)
अवैध तरीके से संचालित क्लीनिक सील, संचालक गिरफ्तार
अवैध तरीके से संचालित क्लीनिक सील, संचालक गिरफ्तार

श्री बंशीधर नगर: सरकार के निर्देश व प्रशासन की चौकसी के बावजूद अवैध रूप से अस्पताल संचालित किया जा रहा है। इन अस्पतालों में पैसा कमाने के लिए मरीजों की जान से खिलवाड़ की जाती है। ऐसा ही एक मामला शनिवार की रात श्रीबंशीधर नगर के चेचरिया में देखने को मिला। गरबांध गांव के बसंत राम की साढ़े 7 माह की गर्भवती पत्नी रूपवंती देवी का एबी अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन कर दिया गया। इसकी सूचना मिलने पर अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सुचित्रा कुमारी ने थाना प्रभारी पंकज कुमार तिवारी व पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच छापेमारी की। छापेमारी में अवैध रूप से अस्पताल संचालन के कई साक्ष्य मिले। जिसके आधार पर कुमारी ने कुछ दवाइयां जब्त की और अस्पताल को सील कर दिया। मौके से पुलिस ने संचालक मंसूर अंसारी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने डॉ. सुचित्रा कुमारी के आवेदन पर अवैध रूप से अस्पताल संचालन का मामला दर्ज करते हुए मंसूर अंसारी को रविवार को जेल भेज दिया। छापेमारी के दौरान न तो अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर मिला और ना ही कोई विशेषज्ञ डॉक्टर ही मिले। संचालक मंसूर स्वयं एलईडी बल्ब की रोशनी में ऑपरेशन करता था। विडाल टेस्ट में इंफेक्शन और अल्ट्रासाउंड में साढ़े 7 माह का गर्भ होने की रिपोर्ट होने के बावजूद मंसूर द्वारा रूपवंती का ऑपरेशन कर दिया गया। रूपवंती की हालत नाजुक बनी हुई है। रूपवंती के परिजनों ने बताया कि 9 दिन से अस्पताल में हैं। इन्होंने बताया कि यहां आए थे इलाज कराने और डॉक्टर ने ऑपरेशन कर दिया। डॉ सुचित्रा कुमारी द्वारा तत्काल रूपवंती को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह इलाजरत है। जानकारी के अनुसार 2 वर्ष पूर्व से मंसूर अंसारी एबी अस्पताल के नाम से संचालन करता था। एक बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा छापेमारी किए जाने के बाद अस्पताल की जगह एबी क्लीनिक लिख उसमें अस्पताल का संचालन करता था। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई से अवैध अस्पताल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।

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