258.91 करोड़ की लागत से जलापूर्ति योजना पर चल रहा काम

संदीप केसरी शौर्य गढ़वा जिले में गर्मी का प्रकोप शुरू हो गया है। इसके साथ ही पेयजल के ि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 05:34 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 05:34 PM (IST)
258.91 करोड़ की लागत से जलापूर्ति योजना पर चल रहा काम
258.91 करोड़ की लागत से जलापूर्ति योजना पर चल रहा काम

संदीप केसरी शौर्य, गढ़वा :

जिले में गर्मी का प्रकोप शुरू हो गया है। इसके साथ ही पेयजल के लिए शोर भी। गर्मी के साथ ही लोगों को पेयजल समस्या की याद आती है। इसके बाद इस समस्या से लोग बेफ्रिक्र हो जाते हैं। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है। पानी के लिए शोर भी शुरू हो जाता है। गढ़वा शहर के लिए निर्माणाधीन जलापूर्ति योजना पर तेजी से काम हो रहा है। लोग इस वर्ष की गर्मी में नई जलापूर्ति योजना के माध्यम से घरों तक पानी पहुंचने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने मई माह तक लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। यह योजना वर्षो से लंबित है। गर्मी आते ही प्रतिवर्ष लोगों की आस जगती है तथा वर्षा होते ही धूल जाती है। हाल के दिनों में दूसरी बार योजना के लिए संवेदक मिल सका है। इस कारण लोगों के समक्ष यह यक्ष प्रश्न फिर एक बार मुंह बाए खड़ी हो जाती है कि क्या इस वर्ष की गर्मी में भी गढ़वा के नागरिकों को शुद्ध पेयजल नसीब हो पाएगा या वर्षा होने के बाद ही लोगों की प्यास बुझ पाएगी। बहरहाल लोगों को गर्मी बीतने के पूर्व योजना पूरी होने की उम्मीद है।

गौरतलब हो कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा जिले में लगभग एक दर्जन योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इन योजनाओं का निर्माण 258.91 करोड़ की लागत से कराया जा रहा है। विभाग बड़ी राशि खर्च कर लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने को ले कृतसंकल्पित दिख रहा है। मगर योजनाएं समय पर पूरी नहीं होने के कारण लोगों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ता है। इन योजनाओं में से तीन योजनाएं पूर्णता के कगार पर है। ऐसे में देखना है कि इस गर्मी में लोगों के घरों तक पानी पहुंच पाता है या नहीं।

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- 86 हजार 174 घरों में पहुंचेगा शुद्ध पेयजल :

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा जिले में विभिन्न पेयजल योजनाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। जिसमें गढ़वा शहरी जलापूर्ति योजना का निर्माण 37.85 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। योजना के तहत 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। 15 प्रतिशत काम शेष है। विभाग का दावा है कि मई तक लोगों को योजना के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करा दिया जाएगा। जबकि 25 करोड़ रुपये की लागत से कुंबाखुर्द व पनघटनवा के समीपवर्ती गांवों के लिए पेयजल जलापूर्ति योजना बनकर तैयार है। मगर बिजली के अभाव में योजना को चालू नहीं किया जा सका है। इस समस्या के निदान के बाद लोगों को यह योजना सुपुर्द हो सकेगी। जबकि मधेया, तमगेकला, मेराल, रमना, मोरबे, भवनाथपुर, केतार खरौंधी के लिए स्वीकृत की गई पेयजल आपूर्ति योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। इन योजनाओं के अगले वर्ष तक पूरी होने की उम्मीद है। इन योजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है।

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पक्ष

गढ़वा शहरी जलापूर्ति योजना को मई तक पूर्ण कर लेगें। कुंबाखुर्द व पनघटवा जलापूर्ति योजना का कार्य पूरा हो चुका है। बिजली का कनेक्शन नहीं मिल पाने के कारण लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। विद्युत विभाग से बात कर समस्या का समाधान किया जाएगा।

अन्य योजनाओं पर भी तेजी से काम हो रहा है।

प्रदीप कुमार

कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, गढ़वा

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