पीएम आवास में फर्जीवाड़ा के आरोप में स्वयंसेवक एवं उसके पिता के विरुद्ध दर्ज हुई प्राथमिकी

संवाद सूत्र डंडई (गढ़वा) प्रखंड की पचौर पंचायत के स्वयंसेवक अमरनाथ पासवान द्वारा प्रधानमंत्री

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 06:24 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 06:24 PM (IST)
पीएम आवास में फर्जीवाड़ा के आरोप में स्वयंसेवक एवं उसके पिता के विरुद्ध दर्ज हुई प्राथमिकी
पीएम आवास में फर्जीवाड़ा के आरोप में स्वयंसेवक एवं उसके पिता के विरुद्ध दर्ज हुई प्राथमिकी

संवाद सूत्र, डंडई (गढ़वा): प्रखंड की पचौर पंचायत के स्वयंसेवक अमरनाथ पासवान द्वारा प्रधानमंत्री आवास में की गई फर्जीवाड़ा की रिकवरी राशि जामा नहीं करने पर बीडीओ सोमा उरांव ने अमरानाथ पासवान एवं उसके पिता शिवनाथ पासवान के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। बताते चलें कि स्वयंसेवक अमरनाथ पासवान द्वारा वित्तीय वर्ष 2019 -2020 में गांव के ही सरस्वती कुंवर आवास आइडी संख्या जेएच 1992774 से 1 लाख 30 हजार व मृतक इंजोरा कुंवर आवास आइडी संख्या जेएच 1102899 से 1 लाख 25 हजार रुपये खाता संख्या में फेरबदल कर अपने व अपने पिता के खाता के माध्यम से कुल 2 लाख 55 हजार का फर्जी निकासी कर ली थी। जिसका मामला उजागर होने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी सोमा उरांव ने मामले का संज्ञान लेते हुए प्रखंड समन्वयक अरविद कुमार से जांच करवाया। जांच उपरांत फर्जीवाड़ा की पुष्टि हुई। पुष्टि के बाद फर्जीवाड़ा करने वाला स्वयंसेवक को स्पष्टीकरण मांगते हुए रिकवरी करने का नोटिस 16 मार्च को दिया गया। जिसमें स्वयंसेवक को रिकवरी करने का 21 मार्च 2021 तक का समय दिया गया था। इसके बाद स्वयंसेवक अमरनाथ पासवान ने प्रखंड नजारत में बैंक चेक बुक माध्यम से 1.25 लाख रुपए जमा किया था। लेकिन जब चेक बुक को प्रखंड कर्मी द्वारा समय सीमा के अनुसार बैंक में चेक बुक जमा किया तो वह चेक बुक बाउंस कर गया। फर्जी निकासी की गई राशि वापस नहीं करने व संतोषजनक स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देने पर

बीडीओ ने यह कार्रवाई की है। विदित हो कि आवास के फर्जीवाड़ा में संबंधित पंचायत के पंचायत सेवक परमानंद राम का भी संलिप्तता बताई जा रही है। जिस आवास में फर्जीवाड़ा हुई थी उस आवास में पंचायत सेवक स्वयं खड़े होकर स्वयंसेवक से जियो टैग करवाए थे। मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी सोमा उरांव ने कहा कि पचोर पंचायत के स्वयंसेवक आवास में फर्जीवाड़ा कर 2.55 लाख रुपए निकली थी। स्वयंसेवक अपना खाता और अपने पिता के खाता के माध्यम से फर्जीवाड़ा किया था। जिसका रिकवरी का नोटिस दिया गया था।

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