सदर अस्पताल के अलावा सीएचसी स्तर पर ही संचालित किए जा रहे कोविड केंद्र

संवाद सहयोगी गढ़वा जिले में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण व प्रतिदिन संक्रमितों की मौत के बाद भ्व्यवस्था लचर।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 06:51 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 06:51 PM (IST)
सदर अस्पताल के अलावा सीएचसी स्तर पर ही संचालित किए जा रहे कोविड केंद्र
सदर अस्पताल के अलावा सीएचसी स्तर पर ही संचालित किए जा रहे कोविड केंद्र

संवाद सहयोगी, गढ़वा : जिले में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण व प्रतिदिन संक्रमितों की मौत के मामले सामने आने के बाद इलाज की व्यवस्था लचर दिखती है। सदर अस्पताल के अलावा जिले के सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ही कोविड केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। श्रीबंशीधर नगर में ट्रामा सेंटर में कोविड अस्पताल संचालित किया जा रहा है। जबकि मझिआंव में नगर पंचायत के विवाह मंडप तथा भवनाथपुर में माइंस अस्पताल में कोविड केंद्र संचालित है। इनके अलावा रंका, भंडरिया, मेराल एवं धुरकी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही कोविड केंद्र भी चल रहा है।जिला मुख्यालय में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में पांच आइसीयू, 18 वेंटिलेटर समेत 55 आक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था है। जबकि इंडोर स्टेडियम में भी 20 आक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था की गई है।वहीं श्रीबंशीधर नगर व मेराल में 30-30 तथा रंका भंडरिया, मेराल, धुरकी, भवनाथपुर व मझिआंव में 10-10 बेड का कोविड केंद्र है। बताते चलें कि कोरोना के डेढ़ हजार से अधिक सक्रिय मामले हैं। जबकि कोविड केंद्रों में भर्ती होकर इलाज करा रहे संक्रमितों की संख्या एक सौ से भी कम है। अधिकतर लोग होम आइसोलेशन में हैं। हालत बिगड़ने पर ही लोग अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराने के लिए आ रहे हैं। अक्सर संक्रमितों की आक्सीजन सेचुरेशन कम होने पर ही लोग अस्पताल में आ रहे हैं।

---------------

- केतार की स्वास्थ्य व्यवस्था एएनम एवं एमपीडब्लू के भरोसे:

केतार प्रखंड अंतर्गत पाचाडूमर में 10 बेड वाला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विगत दो वर्ष पहले बना हुआ है। लेकिन आज तक इस स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर सहित एक भी कर्मी की बहाली नहीं की गई। जबकि केतार, पाचाडूमर, परती कुशवानी, मुकुंदपुर, कधवन एवं लोहरगाड़ा में प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र एएनम एवं एमपीडब्लयू के भरोसे संचालित हो रहा है। जबकि इस कोरोना महामारी में संक्रमित को रखने के लिए प्रखंड में एक भी कोविड सेंटर की केंद्र की व्यवस्था नहीं है। संक्रमित मिलने के बाद लोग या तो होम आइसोलेशन में रह रहे हैं या फिर 45 किमी की दूरी तय कर श्रीबंशीधर नगर में ट्रोमा सेंटर में इलाज कराने को मजबूर हैं।

- मरीजों को लाना पड़ रहा है खुले बाजार से दवा:

अनुमंडलीय मुख्यालय श्रीबंशीधर नगर में स्थित ट्रामा सेंटर में कोविड-19 संक्रमितों को रखने के लिए कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। सेंटर में 28 बेड कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों के लिए लगाया गया है। इसमें 7 बेड ऑक्सीजन युक्त हैं। यानी सात संक्रमितों को आवश्यकता पड़ने पर एक साथ ऑक्सीजन दिया जा सकता है। इसकी जानकारी देते हुए कोविड-19 केयर सेंटर के नोडल पदाधिकारी डॉ संतोष कुमार ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए सेंटर में एक चिकित्सक की नियुक्ति की गई है। साथ ही मरीजों की देखरेख के लिए चार स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति सेंटर में की गई है। सेंटर में बिजली, बेड, ऑक्सीजन, शौचालय, गर्म पानी आदि की समुचित व्यवस्था है। सेंटर में 24 घंटे बिजली की समुचित व्यवस्था है। कोविड-19 संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए करीब-करीब हर संसाधन उपलब्ध कराया गया है। क्षेत्र के कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों को ट्रॉमा सेंटर स्थित कोविड केयर सेंटर में रखकर समुचित इलाज किया जा रहा है। स्थिति में सुधार नहीं होने पर मरीजों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल गढ़वा रेफर किया जाता है। मरीजों को दी जाने वाली करीब-करीब सभी दवा उपलब्ध है। कुछ एंटीबायोटिक नहीं है जो मरीजों को बाहर से लाना पड़ रहा है। इसके लिए भी विभाग को पत्राचार किया गया है।

- माइंस अस्पताल में बने कोविड सेंटर का नहीं मिल पा रहा लाभ:

भवनाथपुर टाउनशीप के आरएमडी सेल माइंस अस्पताल में 10 बेड का कोविड सेंटर बनाया गया है। इनमें छह ऑक्सीजन स्पोर्टटेड बेड हैं। यहां बिजली, पानी सहित सभी चिकित्सीय व्यवस्था मौजूद हैं। यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा एक आयुष चिकित्सक, एक एमपीडब्लू तथा एक एएनएम की डयूटी लगाई गई है। जबकि सेल द्वारा एक चिकित्सक व तीन कर्मी उपलब्ध कराया गया है। वहीं विधायक मद से भानु प्रताप शाही द्वारा वार्ड के मॉनेटरिग के लिए सीसीटीवी लगवाने के साथ-साथ गर्म पानी के लिए मशीन व आरओ लगवाया गया है। इसके अलावा सेल द्वारा एक एंबुलेंस भी मुहैया कराया गया है। विगत छह मई से केाविड सेंटर में एक भी संक्रमित इलाज के लिए भर्ती नहीं हैं। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिनेश सिंह ने बताया कि सीरियस मरीज को सेल अस्पताल में अभी नहीं रख सकते। नार्मल कोविड मरीज को हीं सिर्फ वहां रखा जाना है। अभी जिनका ऑक्सीजन लेबल 80 से 90 पाया जाता है उन्हें ट्रीटमेंट मिलेगा। जिन संक्रमित का इससे नीचे ऑक्सीजन लेबल मिलता है उनहें श्री बंशीधर नगर ट्रॉमा सेंटर में रेफर किया जा रहा है। उन्होंने ताया कि सेल के कोविड सेंटर में छह ऑक्सीजन सिलेंडर अभी उपलब्ध हैं। लेकिन रेगुलेटर के अभाव में उक्त सभी काम नहीं कर रहे।

chat bot
आपका साथी