दिनचर्या में बदलाव लाकर दे सकते हैं कोरोना को मात : डा. अरसद

संवाद सहयोगी गढ़वा दिनचर्या में बदलाव कर हम कोरोना को मात दे सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 05:57 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 05:57 PM (IST)
दिनचर्या में बदलाव लाकर दे सकते हैं कोरोना को मात : डा. अरसद
दिनचर्या में बदलाव लाकर दे सकते हैं कोरोना को मात : डा. अरसद

संवाद सहयोगी, गढ़वा : दिनचर्या में बदलाव कर हम कोरोना को मात दे सकते हैं। इसके लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। सुबह उठने की आदत डालें। साथ ही व्यायाम को अपने अपने रूटीन में शामिल करें। खानपान में हरी सब्जी, विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ को शामिल करें। गर्म पानी में नींबू डालकर इसका नियमित रूप से सेवन करें। साथ ही गले में खराश होने की स्थिति में गार्गल करें। उक्त बातें गढ़वा के प्रसिद्ध चिकित्सक सह जेनरल फिजिशियन डा. अरसद अंसारी ने कही। उन्होंने कोरोना के इस दौर में लोगों को जागरूक करने के लिए कई सुझाव भी दिए ताकि कोरोना महामारी से बचा जा सके। चिकित्सक ने बताया कि पोष्टिक भोजन ले ताकि आपका इम्यूनिटी कमजोर नहीं हो। साथ ही गले में खराश, बदन में दर्द, लूज मोशन व थकान महसूस हो तो चिकित्सक से सलाह लें। इसे नजर अंदाज करने की जरूरत नहीं है। चिकित्सक की सलाह पर कोरोना जांच भी कराएं। ताकि बीमारी के गंभीर होने से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलते समय हमेशा मास्क का इस्तेमाल करें। साथ ही लोगों से शारीरिक दूरी बनाकर रखें। भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने से परहेज करें। क्योंकि कोरोना का संक्रमण ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आने से हो सकता है जो पहले से संक्रमित हो। खांसने या छीकते समय बारिक कण हवा में फैलते हैं जिनके माध्यम से कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के शरीर में पहुंच जाता है। इससे बचाव के लिए सैनिटाइजर का प्रयोग करें तथा साफ सफाई का ख्याल रखें। इंसान के शरीर में पहुंचने के बाद कोरोना वायरस उसके फेफड़ों में संक्रमण करता है। इससे उसे बुखार व सूखी खांसी होने लगती हे तथा इसके बाद सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। औसतन पांच दिन में कोरोना के लक्षण दिखने लगते हैं। जांच कराने में कोताही नहीं बरतनी चाहिए तथा अपनी बारी आने पर वैक्सीन जरूर लगवाएं।

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