दूसरी डोज भी ले ली है, अब तो दर्शन करने दे सरकार

वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण से बचाव को लेकर लगातार दूसरे साल भी बासुकीनाथ में राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव का आयोजन नहीं होने जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 08:22 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 08:22 PM (IST)
दूसरी डोज भी ले ली है, अब तो दर्शन करने दे सरकार
दूसरी डोज भी ले ली है, अब तो दर्शन करने दे सरकार

संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ (दुमका): वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण से बचाव को लेकर लगातार दूसरे साल भी बासुकीनाथ में राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव का आयोजन नहीं होने जा रहा है। 25 जुलाई से श्रावण मास का शुभारंभ हो रहा है, जबकि बांग्ला पंचांग के अनुसार, श्रावण के पांच दिन बीत चुके हैं। पूर्व में बांग्ला सावन प्रारंभ होने के साथ ही बासुकीनाथ में जहां पूर्वोत्तर भारत, असम, दार्जिलिग, गंगटोक, सिक्किम, मणिपुर सहित अन्य जगहों से आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटती थी, वहीं इस वर्ष बुधवार को सिक्किम, गंगटोक, नेपाल से सीमित संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धालुओं ने कहा कि मार्ग में जगह-जगह लोगों ने बताया कि बासुकीनाथ एवं बैद्यनाथधाम मंदिर बंद है, लेकिन प्रत्येक वर्ष बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने की जो मनौती मांगी थी, वह देव दरबार में आकर पूरी की।

नेपाल से आए नीलांश, शुभ रोजीप एवं कैंसिल रोन ने बताया कि उन्हें मालूम था कि बासुकीनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन पर पूरी तरह प्रतिबंध है। इसके बावजूद यहां आकर वर्षो से चली आ रही परंपरा का निर्वहन किया। बिहार, झारखंड के कई श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्होंने कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है। इसका प्रमाणपत्र भी वह अपने साथ लेकर चल रहे हैं। श्रद्धालुओं ने सरकार से मांग की है कि जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है, उन्हें बासुकीनाथ अथवा बैद्यनाथ धाम पहुंचने से नहीं रोका जाए।

आषाढ़ मास, शुक्ल पक्ष, द्वादशी तिथि पर बुधवार को बिहार-झारखंड के अलावा विभिन्न जगहों से आए श्रद्धालुओं ने बच्चों का मुंडन संस्कार कराया। इस मौके पर शिवगंगा में लगी बैरिकेडिग के बावजूद कुछ एक श्रद्धालु फांदकर शिवगंगा के जल का छींटा लेते हुए देखे गए। बासुकीनाथ में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को रोकने को प्रशासन के द्वारा काफी तैयारियां की जा रही है। जगह-जगह बैरिकेडिग करते हुए चेकपोस्ट बनाए जा रहे हैं, बावजूद अभी चेकपोस्ट पर मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी अथवा पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति नहीं होने से श्रद्धालु बेरोकटोक मंदिर के सामने तक पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं ने कहा कि बाबा के दरबार में पहुंच गए तो मन की मुराद पूरी हो गई। बाबा का दर्शन एवं स्पर्श पूजा नहीं हुई तो क्या, इस दरबार में पहुंचकर मत्था टेक लिया, यही बहुत बड़ी बात है। यह कहकर श्रद्धालु हर-हर महादेव का जयकारा लगाते हुए अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर गए।

chat bot
आपका साथी