बाढ़ की पानी में बह गया ग्रामीणों की उम्मीद

दलाही मसलिया प्रखंड के जरगड़ी गांव के लोग बीते छह साल से पुल को लेकर काफी परेशान हैं। पुल टूट जाने के कारण लोगों को आठ किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। प्रतिदिन अपनी छोटी मोटी खरीददारी के लिए देवघर जिला के मिनी मार्केट हाट पालाजोरी जाना होता है। ग्रामीणों का कहना है कि छह साल पहले आई बाढ़ में आई पुल बह गया। जिसके बाद से आज तक पूल का निर्माण नहीं कराया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 04:07 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 04:07 PM (IST)
बाढ़ की पानी में बह गया ग्रामीणों की उम्मीद
बाढ़ की पानी में बह गया ग्रामीणों की उम्मीद

फोटो 01

संवाद सूत्र, दलाही:

मसलिया प्रखंड के जरगड़ी गांव के लोग बीते छह साल से पुल को लेकर काफी परेशान हैं। पुल टूट जाने के कारण लोगों को आठ किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। प्रतिदिन अपनी छोटी मोटी खरीददारी के लिए देवघर जिला के मिनी मार्केट हाट पालाजोरी जाना होता है। ग्रामीणों का कहना है कि छह साल पहले आई बाढ़ में आई पुल बह गया। जिसके बाद से आज तक पूल का निर्माण नहीं कराया गया।

ग्रामीणों को आने जाने के अलावा बच्चों को स्कूल, खेतों से किसानों को धान, व्यवसायी वर्ग को दुकान का सामान लाने में भी कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों की माने तो पुल पहले ठीक था पर छह साल पहले आयी बाढ़ में पुल बह गया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से पुल निर्माण करने की मांग की है। ग्रामीण देवनाथ दत्त का कहना है कि पास में होने के कारण हर चीज के लिए पालोजोरी जाना पड़ता है। पांच साल से आवाज उठा रहे लेकिन आज तक पुल का निर्माण नहीं किया गया। ताहिर अंसारी का कहना है यह सड़क बाजार को दस गांवों से जोड़ती है। पुल नहीं बनने से बच्चों को काफी दूरी तय कर स्कूल जाना पड़ता है। कासिम मियां का कहना है जरगड़ी से आगोया तक दो किलोमीटर सड़क और पुल बनना बहुत जरूरी है। इसके नहीं बनने से किसानों को धान सिर पर ढोकर ले जाना कष्टदायी होता है। पहले पुलिया था तो दिक्कत नहीं होती थी। सब्जी मंडी के किसानों को दिक्कत होती है। मांग करने वालों में विमल मुर्मू, वैद्यनाथ हेम्ब्रम, रजाउल अंसारी, इस्तियाक अंसारी, लखन हेम्ब्रम, गोवर्धन हेम्ब्रम, राजू मोदी, मोहम्मद फुरकान मनीरुद्दीन अंसारी समेत दर्जनों ग्रामीणों ने सरकार से पुल निर्माण की मांग की ।

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