राशन वितरण में बेईमानी की जांच में अन्याय से भड़के ग्रामीण

जागरण संवाददाता दुमका डीलर को हटाने की मांग पर अड़े शिकारीपाड़ाके शहरपुर पंचायत के आठ गांव के लोगों ने एमओ की जांच पर नाराजगी जताते हुए समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 09:51 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 09:51 PM (IST)
राशन वितरण में बेईमानी की जांच में अन्याय से भड़के ग्रामीण
राशन वितरण में बेईमानी की जांच में अन्याय से भड़के ग्रामीण

जागरण संवाददाता, दुमका: डीलर को हटाने की मांग पर अड़े शिकारीपाड़ाके शहरपुर पंचायत के आठ गांव के लोगों ने एमओ की जांच से नाराज मंगलवार को दूसरी बार समाहरणालय के मुख्यद्वार पर करीब आधे घंटे तक प्रदर्शन किया, जिसके बाद उपायुक्त कार्यालय से नीचे आकर लोगों की बात सुनी और आश्वासन दिया तक आठ दिन के अंदर यहां से एक जांच टीम जाकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच फिर से करेगी। जांच में दोषी पाये जाने पर डीलर जाकिर अंसारी पर कार्रवाई की जाएगी।

एक अक्टूबर को भी ग्रामीणों ने ताजमहल समूह के डीलर जाकिर अंसारी पर अनाज नहीं देने और कई कई माह का चावल नहीं बांटने का आरोप लगाते हुए समाहरणालय परिसर में प्रदर्शन किया था। बाद में, सभी को जिला आपूर्ति पदाधिकारी संजय कुमार दास के भेज दिया। डीएसओ के निर्देश पर शिकारीपाड़ा प्रखंड के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी रिजवान खान ने गांव जाकर मामले की जांच की थी। जांच से ग्रामीण संतुष्ट नहीं हुए और मंगलवार को बड़ी संख्या में समाहरणालय पहुंच गए थे। समाहरणालय के मुख्य द्वार पर ही बैठ गए। उनका कहना था कि बड़ी उम्मीद से इस न्याय के दरबार में आए हैं, उनका अनाज डकारने वाले डीलर पर कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शन की बात सुनकर उपायुक्त कार्यालय से बाहर निकलकर मुख्यद्वार पर आए और ग्रामीणों से बात की। जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ। ग्रामीण कलीमुददीन अंसारी का कहना था कि डीलर ने तीन माह से केंद्र सरकार से मिलना वाला निशुल्क अनाज नहीं दिया है। अनाज लेने जाने पर दो से तीन बार ईपाश मशीन में अंगूठा का निशान लिया और एक बार ही चावल दिया। कई कार्डधारी ऐसे हैं जिन्हें तीन माह से अनाज नहीं मिला है। शिकायत करने पर धमकी देता है जो करना है कर लो। एमओ ने दिया सात लाख का आफर : ग्रामीणों ने बताया कि प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी डीलर से मिले हुए हैं। डीएसओ के निर्देश पर दो अक्टूबर को सुबह पांच बजे ही जांच के लिए गांव पहुंचे थे। ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि सात लाख रुपये लेकर मामले को शांत कराओ, जो अधिकारी डीलर से मिला हुआ है। वह उसके खिलाफ जांच रिपोर्ट क्यों देगा। इसलिए दुमका से अधिकारियों की टीम जाकर मामले की जांच करे। किसी भी हालत में कालाबाजारी करने वाले डीलर से अनाज नहीं लिया जाएगा। वर्जन

डीलर के खिलाफ लोगों ने शिकायत की है। सभी को आश्वासन दिया गया है कि आठ दिन के अंदर मामले की जांच की जाएगी और दोषी मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

महेश्वर महतो, एसडीओ दुमका

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