इस बार सुंदरकली नहीं, चढ़ौल पर भ्रमण करेंगे भोलेनाथ
संवाद सहयोगी बासुकीनाथ बासुकीनाथ दरबार में 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर शिव विवाह का अ
संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ : बासुकीनाथ दरबार में 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर शिव विवाह का आयोजन परंपरागत तरीके से किया जाएगा। बासुकीनाथ मंदिर परिसर स्थित प्रशासनिक सभाकक्ष में गुरुवार को मंदिर प्रभारी राहुल जी आनंद जी ने मंदिर प्रबंधन से जुड़े सदस्यों व पंडा-पुरोहित के साथ बैठक की।
मंदिर प्रभारी कहा कि इस वर्ष बासुकीनाथ में शिव बरात एवं झांकी नहीं निकाली जाएगी। बाबा बासुकीनाथ हथिनी सुंदरकली के बजाय चढ़ौल पर सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे। परंपरागत तरीके से शिव विवाह का आयोजन होगा। जरमुंडी दानीनाथ मंदिर में आयोजित होने वाले शिव विवाह उत्सव के आयोजन को परंपरागत तरीके से करने का निर्देश दिया गया। राहुल जी आनंद जी ने दानीनाथ मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य उदयकांत झा, संजय मंडल, निरंजन मंडल से आग्रह किया कि वे इस वर्ष शिव बारात में झांकी एवं मेले का आयोजन न करें, बल्कि परंपरागत व साधारण तरीके से शिव विवाह संपन्न कराएं। बासुकीनाथ मंदिर में भी इस वर्ष आतिशबाजी, शिव बारात व झांकी नहीं निकाली जाएगी। इस वर्ष पूजा खर्च का पूरा बजट 5.50 लाख रुपये का रखा गया है। मौके पर बासुकीनाथ मंदिर पंडा धर्मरक्षिणी सभा अध्यक्ष मनोज पंडा, महामंत्री संजय झा, कुंदन झा, सारंग बाबा, मंदिर के सहायक व्यवस्थापक सुभाष राव, मदन झा, रविद्र मोदी, मंदिर गार्ड कपिलदेव पंडा, गौतम राव, सत्यवान पंडा, उदय मंडल, नंद किशोर ठाकुर एवं अन्य मौजूद थे।
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वन विभाग के कर्मियों ने लौटाया
बासुकीनाथ में आयोजित होनेवाली महाशिवरात्रि के अवसर पर भोलेनाथ बनारस से आने वाली हथिनी सुंदरकली पर दूल्हा बनकर नगर भ्रमण करने वाले थे लेकिन इस वर्ष वे बदले चढ़ौल पर विराजमान होकर नगर भ्रमण करेंगे। बनारस से गज को लाने की तैयारी चल रही थी। सुंदरकली नामक हथिनी बासुकीनाथ में शिव विवाह उत्सव में भोलेनाथ की सवारी बनने के लिए बनारस से प्रस्थान कर चुकी थी लेकिन उन्हें मिर्जापुर से आगे वन विभाग के कर्मियों ने आगे बढ़ने नहीं दिया गया। हथिनी सुंदरकली के साथ महावत पिटू, संतोष एवं मुकेश साथ चल रहे थे। दूरभाष पर पिटू ने बताया कि उन्हें उत्तर प्रदेश के वन विभाग के पदाधिकारी ने आगे की यात्रा की अनुमति नहीं दी।
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10 मार्च को भोलेनाथ और माता पार्वती का होगा हरिद्रालेपन
बासुकीनाथ: बासुकीनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की शुरुआत नौ मार्च से प्रारंभ हो जाएगा। 10 मार्च को बुधवार को संयत के दिन भोलेनाथ को हल्दी चढ़ाने और लावा कांसा भूंजकर हरिद्रालेपन किया जाएगा। मंदिर प्रबंधन संध्या समय मंदिर में साधु संतों एवं धरनार्थियों के बीच सदाव्रत(चावल दाल आलू) का वितरण करेगा। बासुकीनाथ मंदिर प्रभारी सह बासुकीनाथ नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी राहुल जी आनंद जी पत्नी के साथ बतौर मुख्य यजमान धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेंगे। समस्त वैवाहिक कार्यक्रम में वैदिक रस्म सरकारी पुरोहित पंडित प्रेमशंकर झा एवं मंदिर पुजारी डब्लू झा विधिकर शौखी कुंवर व अन्य मंदिर कर्मी पूरा कराएंगे।