कहीं दुमका में ही तो नहीं खपाई जानी थी शराब!

मसलिया थाना क्षेत्र में जब्त की गई तकरीबन एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अवैध शराब की खेप अब सवालों के घेरे में है। सवाल यह भी उठ रहा कि कहीं दुमका में ही किसी ठिकाने पर तो इसे अनलोड नहीं किया जाना था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 08:56 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 08:56 PM (IST)
कहीं दुमका में ही तो नहीं खपाई जानी थी शराब!
कहीं दुमका में ही तो नहीं खपाई जानी थी शराब!

राजीव, दुमका: मसलिया थाना क्षेत्र में जब्त की गई तकरीबन एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अवैध शराब की खेप अब सवालों के घेरे में है। सवाल यह भी उठ रहा कि कहीं दुमका में ही किसी ठिकाने पर तो इसे अनलोड नहीं किया जाना था। दुमका में अनलोड करने के बाद शराब की खेप सुविधानुसार बिहार तो नहीं भेजी जानी थी। कहीं ऐसा तो नहीं कि शराब के इस खेप से दुमका के शराब माफिया का संबंध है। बहरहाल, दुमका जिले की पुलिस फिलहाल इन बिदुओं पर छानबीन में जुटी है, क्योंकि पुलिस के हाथ अब तक जो भी सुराग लगे हैं, वह इसी ओर इशारा करते हैं कि संभव है कि इस शराब की खेप से दुमका का भी कनेक्शन जुड़ा हो।

----------------------

माल अनलोड हो गया क्या..?

-----------

माल अनलोड हो गया क्या? यह मैसेज वाट्सएप पर दुमका सीमा में प्रवेश करते ही शराब लदे कंटेनर के ड्राइवर के मोबाइल पर आया है। ड्राइवर मैसेज का जवाब देता कि इससे पहले ही वह पुलिस के शिकंजे में आ गया। गुरुवार अलसुबह बिहार ले जाई जा रही करोड़ों रुपए मूल्य की अंग्रेजी शराब को पुलिस और आबकारी विभाग दुमका के मसलिया में जब्त करने के बाद अब छानबीन में जुटा है। मामले में पुलिस ने दोनों वाहनों के ड्राइवर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपितों के मोबाइल से पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। वाट्सएप पर आए इस मैसेज के जरिए पुलिस लीड लेने की जुगत में है। मैसेज से पुलिस को इस बात का अंदेशा है कि शराब की पूरी खेप दुमका में ही कहीं पर डिलीवर तो नहीं होने वाली थी। एक और मोबाइल से पुलिस को यह पता चला है कि चंडीगढ़ से पांच ट्रक एक साथ बिहार जाने के लिए निकले थे, लेकिन उसमें से दो ही पुलिस की पकड़ में आए हैं। बाकी तीन कंटेनर कहां गए, यह भी जांच का विषय है। अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि दोनों ट्रक चंडीगढ़ से बीते 25 मई को ही बिहार के लिए रवाना हुए थे, लेकिन रास्ते में कोविड जांच के दौरान हो रही छानबीन को देखते हुए यह दोनों वाहन कहीं रास्ते में किनारे लगाकर कई दिनों तक सवार चुपचाप रहे।

जब कोरोना की लहर कमजोर हुई और जांच में ढिलाई बरती जाने लगी तो फिर यह दोनों वाहन बिहार आने के लिए निकल पड़े। कंटेनर के भीतर काफी धूल जमी थी, जिससे यह प्रतीत होता है कि कंटेनर में शराब काफी पहले ही लोड की गई थी। गिरफ्तार चालकों के मोबाइल से स्थानीय और दूसरे स्टेट के बड़े शराब कारोबारियों के बारे में पुलिस को जानकारी हाथ लगी है। पुलिस अब यह पता करने में जुटी है कि दुमका में कहां पर शराब की इतनी बड़ी खेप उतरने वाली थी और इसका किगपिन कौन है।

------------------------

शराब की खेप दुमका में डंप होने के बाद बिहार भेजने की थी तैयारी: अधिकृत सूत्रों पर भरोसा करें तो दुमका में शराब की इतनी बड़ी खेप उतरने के बाद सुविधा अनुसार बिहार भेजने की तैयारी थी। दुमका से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक गिट्टी, बालू बिहार जाते हैं। इन्हीं ट्रकों में शराब छुपाकर बिहार के कमोबेश सभी जिलों में भेजने की तैयारी थी। पूर्व से भी इसी तरीके से यहां से शराब बिहार में खपाई जाती रही है। शराब माफिया के लिए बिहार में शराब भेजने का यह अभी सर्वोत्तम व सुरक्षित साधन है।

--------------------

पुलिस के हाथ लगीं कई अहम जानकारियां

अवैध शराब ले जाते हुए मसलिया से गिरफ्तार ड्राइवर के मोबाइल से पुलिस को कुछ अहम जानकारियां मिली हैं। पुलिस इस मामले में सभी बिदुओं पर छानबीन कर रही है। लोकल कनेक्शन का भी पता किया जा रहा है। दुमका में कंटेनर और एलपी के घुसने के बाद इन ड्राइवरों के मोबाइल में चार-पांच फोन कॉल्स आए थे। ये कौन लोग थे और इनका कनेक्शन जिले में किनके साथ है, पुलिस यह जानकारी जुटाने में लगी है।

अंबर लकड़ा, एसपी, दुमका

chat bot
आपका साथी