मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाईं सहिया, जताई नाराजगी

जागरण संवाददाता दुमका मानदेय की बजाय हर महीना तय पैसा दिलवाने की मांग को लेकर बुधवार

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 12:59 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 12:59 AM (IST)
मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाईं सहिया, जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाईं सहिया, जताई नाराजगी

जागरण संवाददाता, दुमका : मानदेय की बजाय हर महीना तय पैसा दिलवाने की मांग को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने आई पाकुड़ की सहिया साथी, आशा बीटीटी मुलाकात नहीं कराने पर भड़क गई। अधिकारियों ने आश्वासन देने के बाद भी मुख्यमंत्री से आमना सामना तक नहीं कराया। कार्यक्रम स्थल पर ही सभी ने हाथ उठाकर नाराजगी व्यक्त की।

पाकुड़ से आई संघ के इस्तफा खातून व रीना ठाकुर का कहना था कि इतनी दूर से मुख्यमंत्री से मिलने के लिए आई। अधिकारियों ने आश्वासन दिया, लेकिन मुलाकात नहीं कराई। महिलाओं का कहना था कि सरकार उनसे हर काम लेती है, लेकिन मानदेय के नाम पर महज दो हजार रुपया दिया जाता है। इतने पैसों से क्या होने वाला है। दो हजार रुपया की चप्पल तक घिस जाती है। मुख्यमंत्री ने अरबों रुपयों की परिसंपत्ति बांटी, लेकिन सहिया के लिए एक भी शब्द नहीं बोला। सभी ने अपने को स्वास्थ्य विभाग के लिए समर्पित कर दिया है। महिलाओं ने मुख्यमंत्री के नाम लिखे आवेदन में अनुरोध किया है कि 29 दिसंबर को सरकार के कार्यकाल का दो साल पूरा होने जा रहा है। इस दिन प्रोत्साहन राशि के बदले दूसरे राज्यों की तरह एक फिक्स मानदेय की घोषणा की जाए।

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मुफ्त बिजली देने का वादा याद दिलाया

दुमका: जामा के मदनपुर गांव के लोगों ने बुधवार को खिजुरिया आवास में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और आवेदन देकर मुफ्त बिजली देने का वादा याद दिलाया। ग्राम सभा अध्यक्ष संटू मरांडी व माही समेत कई ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को बताया कि मदनपुर ग्राम में पावर ग्रिड सबस्टेशन निर्माण के लिए रैयतों ने इसी शरर्त पर 20 एकड़ जमीन दी थी कि मदनपुर के ग्रामीणों को मुफ्त बिजली दी जाएगी। लेकिन अब ग्रामीणों के नाम से प्रत्येक माह बिल भेजा जा रहा है, जो हजारों में हो गया है। विद्युत विभाग के पदाधिकारियों ने जमीन लेने के प्रस्ताव के समय ग्रामीणों के समक्ष लिखित रूप से मुफ्त बिजली देने का आश्वासन दिया था। ग्रिड चालू हए करीब छह साल हो गया है, लेकिन किसी को मुफ्त बिजली नहीं दी गई। शिलान्यास के समय मुख्यमंत्री ने कहा था कि ग्रिड बनने से एक किलोमीटर क्षेत्र के लोगों को मुफ्त बिजली दी जाएगी। ऐसा अभी तक नहीं किया गया है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है। मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि गांव के लोगों का बिजली बिल बकाया सहित मुफ्त बिजली दी जाए।

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सीता समेत यूपीए के कई विधायक नहीं दिखे मंच पर

जागरण संवाददाता, दुमका : आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत बुधवार को संताल परगना प्रमंडल स्तरीय आयोजित मेगा परिसंपत्ति वितरण समारोह में यूपीए फोल्डर से जुड़े संताल परगना के कई विधायकों की अनुपस्थिति पूरे कार्यक्रम के दौरान चर्चा का विषय बना रहा। खासकर दुमका के जामा विधानसभा से झामुमो की विधायक सीता सोरेन की मंच पर गैरहाजिरी चर्चा में थी। जामताड़ा के कांग्रेसी विधायक डा.इरफान अंसारी, बोरियो के झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम, महगामा से कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडेय सिंह, लिट्टीपाड़ा से झामुमो विधायक दिनेश मरांडी भी कार्यक्रम में अनुपस्थित दिखे। संताल परगना से तीन में से दो मंत्री मंचासीन थे जबकि मधुपुर के झामुमो विधायक व खेल मंत्री हिफुजुल अंसारी मंच पर नहीं थे।

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