विश्वविद्यालय कर्मियों के लंबित प्रोन्नति पर शीघ्र हो सकारात्मक पहल: संघ

सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी संघ की ओर से सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित एक दिवसीय धरना के माध्यम से लंबित प्रोन्नति पर अग्रेतर कार्रवाई की मांग बुलंद की गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Dec 2020 07:48 PM (IST) Updated:Mon, 14 Dec 2020 07:48 PM (IST)
विश्वविद्यालय कर्मियों के लंबित प्रोन्नति पर शीघ्र हो सकारात्मक पहल: संघ
विश्वविद्यालय कर्मियों के लंबित प्रोन्नति पर शीघ्र हो सकारात्मक पहल: संघ

जागरण संवाददाता, दुमका: सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी संघ की ओर से सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित एक दिवसीय धरना के माध्यम से लंबित प्रोन्नति पर अग्रेतर कार्रवाई की मांग बुलंद की गई। संघ के सचिव नेतलाल मिर्धा ने कहा कि 2015 में प्रोन्नति नियमावली अनुमोदित होने के बावजूद अभी तक इसका लाभ विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मियों को नहीं मिल सका है। कहा कि इससे स्पष्ट है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन शिक्षकेतर कर्मियों के कल्याण से संबंधित योजनाओं के निष्पादन को लेकर गंभीर नहीं है।

संघ के अध्यक्ष दीपेंद्रनाथ ने विश्वविद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्षो से सामाजिक आर्थिक, उपेक्षा बरते जाने के कारण शिक्षकेतर कर्मियों का सब्र का बांध टूट रहा है। कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रबंधन उनकी मांगों पर गंभीरतापूर्वक समाधान की पहल नहीं करता है तो संघ उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होगा। अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कर्मियों का वेतन निर्धारण नहीं किए जाने के लिए कर्मचारी कहीं से भी जिम्मेवार नहीं हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन कि यह जिम्मेवारी बनती है कि वे अपने कर्मियों का वेतन निर्धारण कराए।

कहा कि पिछले कई वर्षो से शिक्षकेतर कर्मियों की विभिन्न मांगें लंबित हैं। पांचवें एवं छठे वेतनमान का निर्धारण भी एक प्रमुख मांग है। एसीपी, एमएसीपी के लाभ एवं प्रोन्नति से भी कर्मचारी वंचित हैं। इन मांगों के निराकरण को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन और राज्य सरकार दोनों ही उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाते रहे हैं। संघ के नेताओं ने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मियों को अभी तक पंचम वेतनमान भी नहीं मिल पा रहा है, जो गलत ही नहीं बल्कि अमानवीय भी है। धरना के बाद संघ के सचिव नेतलाल मिर्धा की अगुवाई में कुलपति को 15 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। संचालन परिमल कुंदन ने किया। धरना में विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों और अगीभूत कॉलेजों के शिक्षकेतर कर्मियों के अलावा सेवानिवृत्त कर्मी शामिल हुए।

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