कोयला टेस्टिग बोरिग के लिए जमीन नहीं देंगे ग्रामीण

संवाद सहयोगी काठीकुंड कोयला जांच के लिए की जाने वाली बोरिग के विरोध में शनिवार की

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 07:35 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 07:35 PM (IST)
कोयला टेस्टिग बोरिग के लिए जमीन नहीं देंगे ग्रामीण
कोयला टेस्टिग बोरिग के लिए जमीन नहीं देंगे ग्रामीण

संवाद सहयोगी, काठीकुंड : कोयला जांच के लिए की जाने वाली बोरिग के विरोध में शनिवार की शाम बड़तल्ला पंचायत के 21 गांव के ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने जोड़ाआम गांव में बैठक की। प्रधान भुवनेश्वर राय की अध्यक्षता में हुई बैठक में बोरिग बंद करने का निर्णय लिया गया।

ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि बड़तल्ला पंचायत के 21 गांव समेत प्रखंड के कोई भी गांव में कोयला ब्लॉक या फिर जांच के लिए कोई भी अपनी जमीन नहीं देगा। चिह्नित किए बोरिग कराने वाले छह व्यक्ति घासीपुर गांव के शशि मुर्मू, जोड़ाआम के लालमोहन राय, बरामसिया के कालीदास, आसनबनी के चरण मुर्मू, धनियापहाड़ी के जयनारायण राय और बाघासोला गांव के रंजीत मंडल को काम बंद कर सभी मशीनों को ले जाने की हिदायत दी गई। ग्रामीणों ने सभी को किए गए गड्ढे को यथाशीघ्र भरने का भी आदेश दिया। इस क्षेत्र में दोबारा ऐसी बोरिग नहीं करने के लिए भी सभी छह व्यक्तियों को चेतावनी दी गई है।

ग्रामीणों ने बताया कि प्रखंड के बाघासोला गांव का रंजीत मंडल कोयला जांच के लिए बोरिग करा रहा है। इससे पहले वह गोपीकांदर के चिरुडीह डहरटोला में कोयला का अवैध खनन करता था, स्थानीय ग्रामीणों की दबिश के कारण भागना पड़ा था। फिर से काठीकुंड के सुदूर क्षेत्र को चिन्हित कर स्थानीय युवकों के सहयोग से बोरिग शुरू की। उसे यहां से भगा दिया गया।

बता दें कि काठीकुंड प्रखंड के 41 गांव में 2019 में कोल ब्लॉक के लिए उत्तर प्रदेश की विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड कंपनी को टेस्टिग बोरिग काम दिया गया था। ग्रामीणों के विरोध के बाद सरकार ने इसे रद कर दिया। बैठक में बड़तल्ला, झिकरा, धावाडंगाल, बिछियापहाडी पंचायत के सभी गांवों के ग्राम प्रधान व ग्रामीणों शामिल हुए।

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