ग्राहक सेवा केंद्र संचालकों की कुंडली खंगाल रही पुलिस
जागरण संवाददाता दुमका 14 जून को 20 फीसद कमीशन पर साइबर अपराध का पैसा निकालने के
जागरण संवाददाता, दुमका : 14 जून को 20 फीसद कमीशन पर साइबर अपराध का पैसा निकालने के बाद जेल गए रामगढ़ के यश बैँक के दो ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक को जेल भेजा गया। अब पुलिस अब निजी बैंकों के सेवा केंद्रों की कुंडली खंगाल रही है। पुलिस को शक है कि दूसरे निजी बैंक के संचालक भी साइबर अपराधियों के मददगार तो नहीं है। आने वाले समय में कई और संचालक की गर्दन फंस सकती है।
14 जून को जेल जाने से पहले रामगढ़ में यश बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र चलाने वाले विनय कुमार व नीतेश साह से पुलिस को कई अहम जानकारी मिली थी। दोनों केवल साइबर अपराधियों के लिए काम करते थे। उन्होंने अपने केंद्र का कार्ड तक साइबर अपराधियों को दे रखा था। इनकी गिरफ्तारी के बाद साफ हो गया कि साइबर अपराध में निजी बैंकों के ग्राहक सेवा केंद्र भी शामिल हैं। इसीलिए पुलिस दूसरे निजी बैँक के ग्राहक सेवा केंद्र की असलियत जांचने में जुट गई। यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि उन्होंने केंद्र खोलने से पहले प्रावधान का पालन किया है या नहीं। प्रखंड के विकास पदाधिकारी को इसकी सूचना दी या नहीं। यह भी जानने का प्रयास किया जा रहा है कि इस तरह के सेवा केंद्र से अभी तक सबसे ज्यादा राशि किस खाताधारक के खाते से निकासी की गई है। निजी बैंक के सेवा केंद्र एक बार में तीन से चार लाख की निकासी कर सकते हैं। यही कारण है कि एक बार में अधिक पैसा हाथ लगे, इसलिए साइबर अपराधियों ने सेवा केंद्र के संचालकों का दामन थाम रखा है।
------------- निजी बैंक का ग्राहक सेवा खोलने का कुछ प्रावधान है, यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि कितने सेवा केंद्रों ने प्रावधान का पालन किया है या नहीं। अगर नहीं किया तो किस आधार पर केंद्र का संचालन कर रहे हैं। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विजय कुमार, डीएसपी साइबर