ग्राम संगठन से जुड़कर महिलाएं हो रहीं आत्मनिर्भर: बीडीओ
भालसुमर गांव में भालसुमर आजीविका ग्राम संगठन एवं सिलठा बी पंचायत के कुलापाथर गांव में ज्योति आजीविका महिला ग्राम संगठन के कार्यालय का उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी अमल जी एवं जेएसएलपीएस के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक रामप्रकाश कुमार द्वारा किया गया।
संवाद सहयोगी, रामगढ़: झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के तत्वाधान में आजीविका मिशन के तहत बुधवार को भालसुमर गांव में भालसुमर आजीविका ग्राम संगठन एवं सिलठा बी पंचायत के कुलापाथर गांव में ज्योति आजीविका महिला ग्राम संगठन के कार्यालय का उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी अमल जी एवं जेएसएलपीएस के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक रामप्रकाश कुमार द्वारा किया गया। भालसुमर गांव में संगठन की महिलाओं को संबोधित करते हुए बीडीओ ने कहा कि समूह से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती है। सरकार इन दिनों समूह के माध्यम से ही अधिकांश कार्य का संचालन करवाती है। समूह से जुड़कर किसी भी कार्य को आसानी से किया जा सकता है। कहा कि यदि समूह बैंक से ऋण लेती है तो उसे समय पर चुकाना समूह के सदस्यों की जिम्मेदारी बनती है। समूह को ऋण लेकर सामूहिक तौर पर कुछ काम करना चाहिए।
बीडीओ ने कहा कि समूह द्वारा उत्पादित सामग्रियों को बेचने के लिए उनके द्वारा जल्द ही प्रखंड मुख्यालय परिसर में पलास ब्रांड के नाम से एक दुकान खोली जाएगी। कहा कि सीएलएफ द्वारा अब मनरेगा की योजनाओं का संचालन किया जाएगा। सीएलएफ की महिलाएं मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराएंगी। समूह से जुड़कर महिलाएं छोटे-छोटे व्यापार जैसे आचार बनाना, पापड़ बनाना, अगरबत्ती बनाना इत्यादि काम प्रारंभ कर सकती है। कहा कि समूह संचालन के लिए पंजी का संधारण काफी आवश्यक होता है इसलिए समूह के हर बैठक का सही तरीके से पंजी का संधारण किया जाना चाहिए।
मौके पर मौजूद जेएसएलपीएस के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक रामप्रकाश कुमार ने बताया कि ग्राम संगठन में दर्जनों महिलाएं शामिल है। सात दिनों तक महिलाओं ने ग्राम संगठन तैयार करने के लिए काफी मेहनत की है। ज्योति आजीविका महिला ग्राम संगठन कुलापाथर में सुशांति मुर्मू को अध्यक्ष, मोनिका हांसदा को सचिव एवं सोनामुनी मरांडी को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। इस दौरान सिलठा बी पंचायत के मुखिया सोनामुनी मरांडी, ग्राम प्रधान देवान हांसदा, सोमाय सोरेन, दरबारी सोरेन समेत अन्य लोग उपस्थित थे।