एक घंटे की बारिश में कहर बनकर बरसी आकाशीय बिजली

गर्मी से परेशान लोगों के लिए मंगलवार को एक घंटे की बारिश राहत लेकर जरूर आई लेकिन मसानजोर में कहर बरपा दिया। दो गांवों में आकाशीय बिजली ने तीन परिवारों को जिदगी भर का दर्द दे दिया। वहीं गोपीकांदर में भी एक व्यक्ति की जान चली गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 07:43 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 07:43 PM (IST)
एक घंटे की बारिश में कहर बनकर बरसी आकाशीय बिजली
एक घंटे की बारिश में कहर बनकर बरसी आकाशीय बिजली

जागरण संवाददाता, दुमका: गर्मी से परेशान लोगों के लिए मंगलवार को एक घंटे की बारिश राहत लेकर जरूर आई, लेकिन मसानजोर में कहर बरपा दिया। दो गांवों में आकाशीय बिजली ने तीन परिवारों को जिदगी भर का दर्द दे दिया। वहीं गोपीकांदर में भी एक व्यक्ति की जान चली गई।

पारसिमला गांव के दो बालक मोहित औ दीपक रजक मौसम सुहावना होने पर आम चुनने के लिए घर से कुछ दूर बगीचे में चले जाते थे और बारिश होने से पहले घर भी लौट आते थे। मोहित के पिता शिवशंकर रजक ने बताया कि बच्चे मना करने के बाद भी आम चुनने के लिए निकल जाते थे। दोपहर को घर से निकले लेकिन बगीचा में पहुंचते ही तेज बारिश होने लगी। भींगने से बचने के लिए पेड़ का सहारा लिया तो पेड़ ही मौत का कारण बन गया। दोनों बालक की मौत के बाद गांव में मातम पसरा गया। मोहित घर का इकलौता चिराग था, जबकि दीपक तीन भाई में सबसे बड़ा था। शाम को शव गांव पहुंचा तो हर कोई अंतिम बार देखने के लिए पहुंच गया। हर कोई के निष्प्राण शरीर देखकर शोक में डूब गया।

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गोपीकांदर में मुंशी की मौत

दुमका: गोपीकांदर थाना क्षेत्र के आरीचुआं में ठनका गिरने से क्रशर प्लांट में काम करने वाले मुंशी साबुधन सोरेन (35) वर्ष की मौत हो गई। साबुधन शौच करने के लिए खदान की तरफ गया हुआ था। इसी दौरान ठनका गिरने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मृतक के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। सात साल के बड़े बेटे अजीत सोरेन व पांच साल के आयुष्मान सोरेन ने रोते हुए बताया कि पिता का साया सिर से उठ जाने से अब परिवार बेसहारा हो गया है। परिवार में साबुधन ही इकलौता कमाऊ सदस्य था। मृतक थाना क्षेत्र के उलडीह बाड़ी टोला का रहने वाला था और घर से से एक किलोमीटर दूर आरिचुआं में मट्टू भगत के क्रशर प्लांट में मुंशी था। सूचना मिलने पर गोपीकांदर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव कब्जे में लिया। बारिश की बूंदों ने छेड़ा मातमी राग

सालतोला गांव में सबर मुर्मू के दूसरी बार मां बनने पर परिवार के लोग खुश थे। दोपहर को बारिश से पहले गर्भवती सबर घर के आंगन में कपड़े धो रही थी। बारिश होने पर अंदर जा ही रही थी कि वज्रपात हो गया। आनन फानन में मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पति होपन्नटा टुडू ने बताया कि पत्नी के फिर से मां बनने की खुशी थी लेकिन जरा देर की बारिश ने घर की सारी खुशियां छीन ली।

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आश्रितों को मिलेगा चार-चार लाख रुपये का मुआवजा

मसानजोर में वज्रपात से बालक की मौत की खबर मिलने के बाद सदर सीओ यामुन रविदास स्वयं गाड़ी चलाकर गांव पहुंचे। बालक के स्वजनों से मिलकर सांत्वना दी। इसके बाद उन्हें पता चला कि सालतोला गांव में भी एक गर्भवती वज्रपात से झुलसी है। वे तत्काल गांव पहुंचे। महिला को अस्पताल ले जाने का कोई साधन उपलब्ध नहीं होने पर सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा को सारी जानकारी दी। इसके बाद दुमका से एंबुलेंस आई और सीओ ने महिला को गाड़ी में बैठाने में मदद की। त्वरित मदद के बाद भी महिला व उसके अजन्मे बच्चे को बचाया नहीं जा सका। सीओ ने बताया कि तीन मृतक के आश्रितों को आपदा प्रबंधन मद से चार चार लाख रुपये दिए जाएंगे।

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