बेमौसम बारिश का लाभ उठाएं किसान

जागरण संवाददाता दुमका तीन दिनों से मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को गर्मी से काफी राहत मि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 12:52 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 12:52 AM (IST)
बेमौसम बारिश का लाभ उठाएं किसान
बेमौसम बारिश का लाभ उठाएं किसान

जागरण संवाददाता, दुमका : तीन दिनों से मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है। रूक-रूक कर हो रही बारिश और तेज हवा के कारण मौसम का मिजाज काफी खुशनुमा हो गया है। हालांकि बेमौसम बरसात के कारण दुमका शहर के कई इलाकों में जल जमाव की स्थिति भी कायम हो गई है। शहरवासी नगर परिषद से जल जमाव की स्थिति से अविलंब राहत दिलाने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही नालों की साफ-सफाई कराने की मांग भी तेज हो गई है।

------------------

किसानों को मिली राहत

बेमौसम बरसात से किसानों को काफी राहत मिली है। खास कर सब्जी और मक्का के फसलों को बारिश से काफी लाभ पहुंचा है। गर्मी और तेज धूप के कारण सब्जी की खेती करने वाले किसानों के समक्ष पौधों को बचाने की चुनौती थी। यही हाल मक्का की खेती करने वाले किसानों का भी था। बीते दो दिनों की बारिश ने फसलों की सिचाई कर किसानों की चिता दूर कर दी है। हालांकि कहीं-कहीं हुए ओलवृष्टि के कारण फसलों के साथ आम और लीची को नुकसान भी पहुंचा है। आम और लीची के फलों को ओला के कारण क्षति हुई है। तेज हवा के कारण आम के फल बड़ी मात्रा में गिरे भी हैं। ओलावृष्टि से टमाटर के फसल को भी नुकसान पहुंचा है।

-------------

क्या कहते हैं कृषि विज्ञानी

कृषि विज्ञान केंद्र दुमका की कृषि विज्ञानी डॉ.किरण कंडीर का कहना है कि किसानों को अभी जल संचय के साथ खाली पड़े खेतों को खेती के लिए तैयार करने में जुट जाना चाहिए। बारिश के कारण खाली पड़े खेतों की मिट्टी नर्म हो गई है। इसलिए किसान ऐसे खेतों की गहरी जोताई शीघ्र कर दें। इससे आने वाले दिनों में जल संरक्षण भी हो सकेगा और खेत में नमी भी बरकरार रहेगी। इसके अलावा वैसे किसान जो उद्यान लगाने की सोच रहे हैं वे तुरंत गड्ढा खोदने का कार्य प्रारंभ कर दें। वहीं लगे हुए फसलों की सुरक्षा के लिए किसानों को कीट प्रबंधन पर भी ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि संभव है कि बारिश के बाद फसलों पर कीट का प्रकोप बढ़ जाए। डॉ.किरण ने कहा कि धान की खेती करने वाले किसानों को भी इस बारिश का लाभ उठाना चाहिए। वे बारिश के जल का लाभ उठा कर खेतों की गहरी जोताई कर दें ताकि रोहण नक्षत्र के प्रवेश करते ही धान का बिचड़ा तैयार करने सहूलियत हो सके।

chat bot
आपका साथी